लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) के मार्गदर्शन में नर्सिंग और पैरामेडिकल क्षेत्र में नवाचारों को बढ़ावा दिया जा रहा है। सीएम योगी के मिशन निरामया: (Mission Niramaya:) की पहली कड़ी के रूप में बुधवार को ‘कॅरियर काउंसलिंग’ कार्यक्रम में 75 जिलों के 300 प्रमुख प्रधानाचार्यों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया है।
अब प्रधानाचार्य नर्सिंग और पैरामेडिकल क्षेत्र की महत्ता बताएंगे। साथ ही, माध्यमिक के शिक्षक 11वीं-12वीं कक्षा में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की ‘कॅरियर काउंसलिंग’ करेंगे।
सीएम योगी (CM Yogi) ने हाल ही में मिशन निरामया: का शुभारंभ किया था, जिसके तहत बुधवार को अटल कन्वेन्शन सेंटर केजीएमयू में मिशन निरामया: की पहली कड़ी के रूप में ‘कॅरियर काउंसलिंग’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में 75 जिलों से आमंत्रित 300 प्रमुख प्रधानाचार्यों को प्रशिक्षण दिया गया कि वे किस प्रकार से 11वीं-12वीं कक्षा में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की ‘कॅरियर काउंसलिंग’ करें और युवाओं को नर्सिंग एवं पैरामेडिकल क्षेत्र के महत्व के बारे में बताने के साथ-साथ उसमें भविष्य बनाने और इस क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाओं के प्रति जागरूक करें।
इससे पहले युवाओं के भविष्य को उज्जवल बनाने के उद्देश्य से चिकित्सा शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा विभाग के बीच चिकित्सा शिक्षा को ध्यान में रखकर समझौता किया गया था। मिशन निरामया: के माध्यम से प्रदेश में युवाओं को गुणवत्तायुक्त चिकित्सा शिक्षा का उपहार मिलेगा। साथ ही रोजगार के सुनहरे अवसर भी युवाओं के भविष्य को संवारने का कार्य करेंगे। इस दौरान चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार, विशेष सचिव दुर्गा शक्ति नागपाल और माध्यमिक शिक्षा विभाग की अपर निदेशक मंजू शर्मा आदि मौजूद रहे।