निगोहां गांव से मंदिर जाने की बात कहकर घर से निकले एक अधेड़ का शव गांव के किनारे बांक नाले में उतराता मिला। परिवारीजनों नेे चार पूर्व निगोहां थाने पर लापता होने की गुमशुदगी दर्ज करायी थी। घटना की सूचना ग्रामीणों द्वारा निगोहां पुलिस को दी गयी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया है। उधर, ग्रामीणों में चर्चा है कि मृतक शराब का आदि था, अधिक शराब पीने के वजह भी मौत का कारण हो सकती है। फिलहाल निगोहां पुलिस हत्या और हादशा दोनो बिन्दुओं पर पड़ताल कर रही है।
चेहरा देख बीमारी पता कर लेते थे- डाॅ सिकन्दर
निगोहां गांव निवासी राम सेवक 50 बीते सोमवार को सुबह 8 बजे अपने घर पर मेला जाने की बात कह कर निकला था शाम तक वापस न लौटने पर परिवारीजनों ने मामले की सूचना निगोहां पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने मंगलवार को पत्नी द्वारा दी गई तहरीर पर गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि रामसेवक को सोमवार शाम पांच बजे चंदीखेड़ा गांव के एक मुर्गिफ़ॉर्म के पास देखा गया था। वहीं पांच दिनों से लापता रामसेवक का शव शनिवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में बांके नाले में जलकुंभी में फंसा, उतराता पाया गया। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची निगोहां पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया और पीएम के लिए भेज दिया। वहीं मृतक के पड़ोसियों व परिवारीजनों ने बताया कि रामसेवक और उनकी पत्नी माला देवी के बीच काफी दिनों से झगड़ा हो रहा था सोमवार सुबह झगड़ा करने के बाद रामसेवक घर से चला गया था।
पत्नी से चल रही थी अनबन
इंस्पेक्टर नन्द किशोर ने बताया की शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है रिपोर्ट आने के बाद उसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। मृतक रामसेवक और उसकी पत्नी के बीच अनबन की बात सामने आ रही इस बिंदु पर भी जांच की जा रही है।
अवैध शराब के कारोबारियों के पास था अनजाना
ग्रामीणों ने बताया पेशे से मजदूर रामसेवक की आर्थिक हालत ठीक नहीं थी। इसी बीच उसने बेटी की शादी तय कर दी थी जो कि अप्रैल महीने में होनी थी इसको लेकर भी रामसेवक काफी परेशान रहता था और बेटी के हाथ पीले करने की तैयारी में जुटा था। ग्रामीणों ने बताया मौके पर कुछ पुलिस वाले पहुंचते ही यह अराग अलाप रहे थे कि नशे में गिरने से मौत हो गई जबकि जिस नाले में शव मिला उससे काफी दूर रास्ता है। यदि राम सेवक मंदिर की ओर जा रहा था तो वहां पहुंचकर कैसे गिर गया। वही कुछ ग्रामीणों ने बताया कि घटनास्थल से कुछ दूरी पर रोजाना खुलेआम अवैध शराब का कारोबार होता है। यहां पर रामसेवक का आना जाना था।