उनके पिता जितेंद्र सिंह गोवा में व्यवसाय करते हैं। दीक्षा ने तीसरी कक्षा तक कि पढ़ाई गांव से ही की है। इसके बाद वह बाहर चली गयी थीं। यूपी में पंचायत चुनाव की दस्तक के साथ ही दीक्षा वापस लौट आयी हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पेश कर सकती हैं दावेदारी
बता दें, जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सीट इस बार सामान्य महिला के लिए आरक्षित है। ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि अगर दीक्षा जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतने में सफल नहीं तो निश्चित रूप से वह जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भी दावेदारी पेश करेंगी।
मॉडलिंग से बटोरी है शोहरत
दीक्षा ने मॉडलिंग के साथ-साथ एल्बम से भी शोहरत बटोरी है। इसके अलावा उन्होंने कई नामी-गिरामी कंपनियों के लिए विज्ञापन भी शूट किया है। बॉलीवुड की फिल्म के लिए उन्होंने लेखन का भी काम किया है। दीक्षा का कहना है कि महानगरों की तरह जौनपुर का भी विकास होना चाहिए। इसी बात को लेकर पंचायती चुनाव में हिस्सा ले रही हैं।