लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है। लेकिन केंद्रीय मंत्री ने हिंसा के लिए उग्रवादी और आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया है। सोमवार को मीडिया से बातचीत में अजय मिश्र ने कहा कि ‘किसानों के साथ उग्रवादी और आतंकवादी छिपे हुए थे और उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले किए। गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी ने दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठियों और तलवारों से हमला किया गया और उनकी हत्या कर दी गई। वीडियो में दिख रहा है कि कुछ हमलावरों ने हमारे कार्यकर्ताओं से यह कहने को कहा कि मैंने किसानों को कुचलने के लिए कहा था। मेरे बेटे पर लगाए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।
‘मेरा बेटा वहां होता तो उसकी हत्या कर दी जाती’
अगर वह वहां होता तो उसकी हत्या कर दी जाती। अजय मिश्रा ने कहा कि मौके पर मैं और मेरा बेटा दोनों नहीं थे। जिन लोगों की मौत हुई है वो बहराइच के थे। मिश्रा ने दावा किया कि जब उप मुख्यमंत्री को कुछ लोग रिसीव करने जा रहे थे तभी किसानों के बीच में छुपे कुछ लोगों ने गाड़ी से उतार कर हमारे लोगों को मारा। लखीमपुर खीरी में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने कहा यह बात सामने आई है कि जिस शख्स की कल मौत हुई वह बहराइच के नानपारा का रहने वाला था। एक प्रदर्शनकारी समाजवादी पार्टी की रुद्रपुर इकाई के जिलाध्यक्ष हैं। ऐसे कई लोग शामिल थे। प्राथमिकी दर्ज की जाए और जांच कराई जाए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह इस मामले की सीबीआई, न्यायिक अथवा एसआईटी जांच के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इस हिंसा के लिए जो भी जिम्मेदार हैं उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए और मुकदमा चलाकर उन्हें कठोर सजा देनी चाहिए।
बता दें कि इस घटना के बाद विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, मायावती, शिवपाल सिंह यादव, तेजस्वी यादव सभी ने योगी सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस घटना के लिए जो भी दोषी है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। आठ लोगों की मौत पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी जंग शुरू हो गई है।