कोलकाता में पानी के अंदर दौड़ी मेट्रो

कोलकाता में पानी के अंदर दौड़ी मेट्रो, रेल मंत्री पीयूष गोयल ने किया उद्घाटन

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कोलकाता। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कोलकाता में पहली अंडर ग्राउंड मेट्रो रेल का उद्घाटन किया है। इस मौके पर गोयल ने कहा कि हम सेक्टर 5 से सॉल्ट लेक स्टेडियम को जोड़ने वाले ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरीडोर का पहला चरण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सरोजिनी नायडू की जन्मतिथि के मौके पर उन्हें समर्पित करते हैं।

गोयल ने कहा पहला अंडर ग्राउंड स्टेशन फूलबाग दुर्गा पूजा से पहले तैयार हो जाएगा। हम आशा करते हैं कि इस साल लोग दुर्गा पूजा में मेट्रो से जाएंगे। गोयल ने कहा कि अगर हमें यदि हमें ज्यादा स्थानीय समर्थन मिलेता है तो हम इस कॉरिडोर को हावड़ा तक जल्द ही पूरा कर लेंगे।

‘राज्य सरकार के साथ की जरूरत’

केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा कि हालांकि बाकी चार लाइनों का काम पूरा करने की राह में कई बाधाएं हैं जो कि काम को सुस्त कर रही हैं। कई जगहों पर हमें राज्य सरकार का साथ चाहिए होता है। मैं उम्मीद करता हूं कि हमें और सहयोग मिलेगा और जल्द ही हम मेट्रो को यातायात का पसंदीदा तरीका बना देंगे।

यह प्रोजेक्ट करीब 16 किलोमीटर लंबा है जो सॉल्ट लेक स्टेडियम से हावड़ा मैदान तक है फैला 

यह प्रोजेक्ट करीब 16 किलोमीटर लंबा है जो सॉल्ट लेक स्टेडियम से हावड़ा मैदान तक फैला है। पहला फेज सॉल्ट लेक सेक्टर-5 से सॉल्ट लेक स्टेडियम​ के बीच 5.5 किमी लंबा है। इस लाइन पर करुणामयी, सेंट्रल पार्क, सिटी सेंटर और बंगाल केमिकल मेट्रो स्टेशन मौजूद हैं। अंडरग्राउंड मेट्रो का दूसरा फेज 11 किलोमीटर लंबा है। हालांकि ईस्ट-वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट के पूरे रूट पर तो नहीं, लेकिन साल्टलेक सेक्टर 5 से लेकर सॉल्टलेक स्टेडियम तक मेट्रो सेवा की शुरुआत आज होने जा रही है।

मोदी सरकार ने दो प्रमुख संस्थानों के सुषमा स्वराज के नाम पर किए 

ममता को न बुलाने से टीएमसी नाराज

इस कार्यक्रम में ममता बनर्जी को न्योता नहीं दिया गया था। इस कार्यक्रम को लेकर छपे उद्धाटन कार्ड पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नाम नहीं था। कार्ड पर नाम न होने को लेकर सीएम ममता सहित टीएमसी के सभी बड़े नेताओं ने नाराजगी जताई। इसके साथ ही बनर्जी को आमंत्रित नहीं करने के विरोध में, पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ सांसद और एक विधायक ने कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला भी किया।

इस विवाद पर राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि जब कोई कार्यक्रम होता है तो ममता किसे बुलाती हैं? जो हम उन्हें बुलाए। यह कल्चर हमने ममता से ही सीखा है। उन्होंने हमारे 18 सांसदों में से किसी को नहीं बुलाया तो हम क्यों बुलाएं?

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