लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने बीजेपी के संकल्प पत्र को जनता को बरगलाने की कोशिश बताते हुए कहा है कि काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ती है। उन्होंने सोमवार यानी आज कहा कि बीजेपी 2014 में किए गए वादों को पूरा नहीं कर सकी। ऐसे में उन्हें नया घोषणापत्र लाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्हें पिछले चुनाव के घोषणापत्र के संबंध में ‘कार्रवाई रिपोर्ट’ प्रस्तुत करनी चाहिए, लेकिन ये करने की उनमें हिम्मत नहीं है।
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आपको बता दें वही दिल्ली में आज बीजेपी ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया। आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2019 से 2024 तक का वक्त जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने वाला होगा। हमारी कोशिश मल्टी लेयर यानी सबको एड्रेस करने की है. हमारा लक्ष्य है कि 2047 में देश विकासशील से विकसित बने यह कोशिश है।
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जानकारी के मुताबिक बसपा सुप्रीमों मायावती ने आगे कहा कि पिछले पांच साल में बीजेपी ने धन्नासेठों के लिए ही काम किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने गरीबों को 15-15 लाख रुपये देने का वादा किया था, लेकिन इसे पूरा नहीं किया। उन्होंने भाजपा के घोषणापत्र को छलावा करार दिया।