लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) संस्थापक लालकृष्ण आडवाणी की टिप्पणी के बाद मोदी सरकार पर विरोधियों का हमला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को नया नाम बसपा सुप्रीमो मायावती का जुड़ गया है। मायावती ने ट्वीट कर कहा कि आडवाणी की टिप्पणी जनता के लिए संदेश है। उन्होंने कहा कि ऐसी पार्टी को फिर से देश की सत्ता में लौटने का कोई हक नहीं है।
बीजेपी को फिर से देश की सत्ता में लौटने का कोई हक नहीं
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी के स्थापना दिवस पर आडवाणी की चुभती हुई टिप्पणी भाजपा व पीएम मोदी की नीतियों व कार्यकलापों पर एक अविश्वास प्रस्ताव की तरह है।
बीजेपी के संस्थापक श्री आडवाणी ने पार्टी स्थापना दिवस पर जो चुभती टिप्पणी की है वह बीजेपी व पीएम श्री मोदी सरकार की गलत नीति/कार्यकलापों पर जनभावना के अनुरूप अविश्वास प्रस्ताव है व जनता के लिए देशहित का संदेश कि ऐसी निरंकुश जनविरोधी पार्टी को सत्ता में पुनः लौटने का हक नहीं है।
— Mayawati (@Mayawati) April 6, 2019
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आडवाणी ने ब्लॉग लिखकर बताया कि राजनीतिक रूप से अलग विचार रखने वालों को देश विरोधी नहीं माना
बता दें कि आडवाणी ने पार्टी की स्थापना दिवस के एक दिन पहले ही ब्लॉग लिखकर अपने विचारों को साझा किया था। उन्होंने लिखा था कि ‘देश की सेवा करना मेरा पैशन और मिशन रहा है। देश पहले, फिर पार्टी और उसके बाद मैं। उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रवाद की तरह हमने भी राजनीतिक रूप से अलग विचार रखने वालों को देश विरोधी नहीं माना है। हमारी पार्टी हर नागरिक के चुनने की आजादी को लेकर प्रतिबद्ध है। अपने उदय के समय से ही भाजपा ने अपने राजनीतिक विरोधियों को अपना दुश्मन नहीं माना है ,बल्कि विपक्षी के तौर पर देखा है। बता दें कि इस बार बीजेपी ने आडवाणी का गांधीनगर सीट से टिकट काट दिया है। इस सीट के लिए अमित शाह ने पर्चा दाखिल कर दिया है।