लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को एक बार फिर आरक्षण को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। सरकारी नौकरियों और प्रमोशन में आरक्षण पर मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार के गलत रवैये के कारण सरकारी नौकरियों और प्रमोशन में आरक्षण की व्यवस्था को निष्क्रिय और निष्प्रभावी बना दिया गया है, जिससे पूरे समाज में आक्रोश है। बसपा सुप्रीमों मायावती ने तीन ट्वीट कर घेरा है।
एससी, एसटी व ओबीसी वर्ग को आरक्षण के माध्यम से मुख्यधारा में लाने का संवैधानिक प्रयास हो रहा है फेल
मायावती ने लिखा कि कांग्रेस के बाद अब बीजेपी व इनकी केंद्र सरकार के अनवरत उपेक्षित रवैये के कारण यहां सदियों से पछाड़े गए एससी, एसटी व ओबीसी वर्ग के शोषितों पीड़ितों को आरक्षण के माध्यम से देश की मुख्यधारा में लाने का सकारात्मक संवैधानिक प्रयास फेल हो रहा है, जो अति गंभीर है।
1. कांग्रेस के बाद अब बीजेपी व इनकी केन्द्र सरकार के अनवरत उपेक्षित रवैये के कारण यहाँ सदियों से पछाड़े गए एससी, एसटी व ओबीसी वर्ग के शोषितों-पीड़ितों को आरक्षण के माध्यम से देश की मुख्यधारा में लाने का सकारात्मक संवैधानिक प्रयास फेल हो रहा है, जो अति गंभीर व दुर्भाग्यपूर्ण है।
— Mayawati (@Mayawati) February 16, 2020
केंद्र सरकार का रवैया गलत, पूरा समाज उद्वेलित व आक्रोशित
दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि केंद्र के ऐसे गलत रवैये के कारण ही कोर्ट ने सरकारी नौकरी व प्रमोशन में आरक्षण की व्यवस्था को जिस प्रकार से निष्क्रिय व निष्प्रभावी ही बना दिया है। उससे पूरा समाज उद्वेलित व आक्रोशित है। देश में गरीबों, युवाओं, महिलाओं व उपेक्षित के हकों पर लगातार घातक हमले हो रहे हैं।
3. ऐसे में केन्द्र सरकार से पुनः माँग है कि वह आरक्षण की सकारात्मक व्यवस्था को संविधान की 9वीं अनुसूची में लाकर इसको सुरक्षा कवच तब तक प्रदान करे जब तक उपेक्षा व तिरस्कार से पीड़ित करोड़ों लोग देश की मुख्यधारा में शामिल नहीं हो जाते हैं, जो आरक्षण की सही संवैधानिक मंशा है।
— Mayawati (@Mayawati) February 16, 2020
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मायावती ने तीसरे ट्वीट में लिखा कि ऐसे में केंद्र सरकार से पुनः मांग है की वो आरक्षण की सकारात्मक व्यवस्था को संविधान की नवीं अनुसूची में लाकर इसको सुरक्षा कवच तब तक प्रदान करें। जब तक उपेक्षा व तिरस्कार से पीड़ित करोडों लोग देश की मुख्यधारा में शामिल नहीं हो जाते, जो आरक्षण की सही संवैधानिक मंशा है।