नई दिल्ली। पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि मसूद अजहर का नाम संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंधित सूची में जुड़ गया है।
Syed Akbaruddin, India's Ambassador to the UN: Big, small, all join together. Masood Azhar designated as a terrorist in UN Sanctions list. pic.twitter.com/lVjgPQ9det
— ANI (@ANI) May 1, 2019
मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया जाना भारत सरकार की बड़ी कूटनीतिक जीत
मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया जाना भारत सरकार की बड़ी कूटनीतिक जीत बताया जा रहा है, क्योंकि भारत काफी लंबे समय से खासकर कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से इसके लिए जोर दे रहा है। इसी बीच दगाबाज चीन लगातार अपनी वीटो का इस्तेमाल कर रोड़ा अटका रहा था।
आखिरकार भारत व चीन को मात देने पर कामयाब , अमेरिका समेत कई बड़े देश चीन के इस कदम की कर रहे थे आलोचना
आखिरकार भारत चीन को मात देने पर कामयाब हो गया। चीन ने 13 मार्च को जैश सरगना मसूद अज़हर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर वीटो लगा दिया था। तभी से अमेरिका समेत कई बड़े देश चीन के इस कदम की आलोचना कर रहे थे।
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संयुक्त राष्ट्र संघ की महत्वपूर्ण 1267 समिति की बैठक में यह फैसला लिया
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र संघ की महत्वपूर्ण 1267 समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया। भारत ने पाकिस्तान समेत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और अन्य प्रमुख देशों के साथ इकट्ठा किए गए सबूत साझा किए। ये सबूत इस बात का खुलासा करते हैं कि जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर का अलकायदा और तालिबान समेत सुन्नी वैश्विक आतंकी समूहों से भी संबंध हैं।
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आतंकी हमलों के दोषी अजहर को चीन ने अपने वीटो का इस्तेमाल कर चार बार बचाया
पुलवामा समेत कई आतंकी हमलों के दोषी अजहर को चीन ने अपने वीटो का इस्तेमाल कर चार बार बचाया था, लेकिन इस बार चीन नरम पड़ा। बदा दें कि पुलवामा हमले के बाद अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस संयुक्त राष्ट्र में अजहर के खिलाफ प्रस्ताव लेकर आए थे।
भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने चीन की नीतियों की थी निंदा
बता दें कि भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने बीती 23 अप्रैल को बीजिंग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी के समक्ष अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने का मुद्दा उठाया था। पाकिस्तानी आतंकी अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के भारत के प्रयासों पर अड़ंगा लगाने को लेकर गोखले ने चीन की नीतियों की निंदा भी की थी। उन्होंने जोर देकर कहा था कि दोनों देशों को एक दूसरे के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। इस दौरान भारतीय पक्ष ने चीन को मसूद अजहर की आतंकी गतिविधियों के सभी सबूत भी सौंपे थे।