विपक्ष के हंगामे के कारण संसद का मानसून सत्र बुरी तरह प्रभावित हो रहा है और लगातार कार्यवाही टालने की नौबत आ रही है। इस बीच बीजेपी संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री ने विपक्ष द्वारा संसद न चलने देने को संविधान और लोकतंत्र का अपमान बताया। पीएम ने कहा- सरकार और पार्टी सांसदों को हर वो कदम उठाना चाहिए, जिससे सदन को सुचारु रूप से चलाया जा सके।
बैठक के बाद जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा- दोनों सदनों में विपक्ष का हंगामा संसद का अपमान है। बैठक में पीएम मोदी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य नेता भी शामिल हुए।
BJP संसदीय दल की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद में विपक्ष के हंगामे को लेकर कहा कि यह लोकतंत्र और जनता दोनों का अपमान है। पिछले हफ्ते बीजेपी सांसदों को संबोधित करते हुए भी प्रधानमंत्री ने कहा था कि विपक्षी दल जानबूझकर ऐसा व्यवहार कर रहे हैं ताकि सरकार गतिरोध दूर करने के अपने प्रयासों में सफल ना हो पाए। पीएम ने कहा था कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के इस रवैये की जनता के समक्ष पोल खोलने की आवश्यकता है।
विपक्षी दल पेगासस जासूसी विवाद और तीन कृषि कानूनों सहित अन्य मुद्दों पर संसद के दोनों सदनों में लगातार हंगामा कर रहे हैं। 19 जुलाई को जब से संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ है, तब से ही विपक्ष लगातार पेगासस और किसानों के मुद्दों पर लोकसभा और राज्यसभा में निरंतर विरोध कर रहा है। हालांकि इस विरोध के बीच कुछ विधेयकों को पारित कर दिया गया है। लेकिन इसके अलावा सदन कोई भी अन्य महत्वपूर्ण कार्य करने में विफल रहा है. बता दें कि संसद का मानसून सत्र 13 अगस्त को समाप्त होगा।
इस बीच, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी ने आज कहा कि हम शुरू से कह रहे हैं कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं। एक माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है यह कहकर कि बिल सरकार के हैं. जबकि ये गलत है बिल गरीब लोगों के कल्याण के लिए हैं। प्रधानमंत्री की इच्छा है कि सार्थक और समृद्ध चर्चा होनी चाहिए। ’
देश में चल रहे 24 फर्जी विश्वविद्यालयों में 8 यूपी में, वाराणसी संस्कृत विश्वविद्यालय फर्जी
वहीं, केंद्र के खिलाफ विपक्षी एकता को मजबूती देने के लिए राहुल गांधी ने लोकसभा और राज्यसभा के 100 से ज्यादा सांसदों को नाश्ते पर बुलाया. दिल्ली के कन्स्टीट्यूशनल क्लब में 17 पार्टियों के 150 नेता मौजूद रहे. जिनके साथ राहुल गांधी की बैठक हुई। ब्रेकफास्ट मीट के बाद विपक्षी फ्लोर लीडर्स की बैठक होगी। जिसमें मानसून सत्र के बाकी बचे दिनों के लिए रणनीति तय की जाएगी।