लखनऊ: भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय महीना सावन 14 जुलाई से शुरू हो चूका है। सावन महीने में सोमवार का व्रत काफी फलदाई होता है। इसके साथ ही सावन महीने का हर मंगलवार भी बेहद लाभकारी माना जाता है। इस दिन मां मंगला गौरी (Mangala Gauri) का व्रत रखा जाता है, यह व्रत माता पार्वती को समर्पित होता है। मंगला गौरी के व्रत के दिन सुहागन महिलाएं श्रृंगार करके अपने पति के लिए व्रत रखकर लंबी उम्र की कामना करती हैं। सावन के महीने में चार सोमवार व चार मंगला गौरी व्रत रखे जाएंगे। पहला मंगला गौरी का व्रत 19 जुलाई को रखा जाएगा।
शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचाग के अनुसार, पहला मंगला गौरी का व्रत आज 19 जुलाई को है। इस दिन सुबह 5 हजकर 35 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 12 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा। इस दिन रवि योग और सुकर्मा योग भी रहेंगे। पूजा के लिए ये तीनों ही मुहूर्त शुभ माने जाते हैं। दूसरा व्रत 26 जुलाई, 2 अगस्त तृतीय मंगला गौरी व्रत व 9 अगस्त को चतुर्थ मंगला गौरी का व्रत रखा जाएगा।
जानिए कैसे करें पूजा
मंगला गौरी का व्रत रखने के लिए मंगलवार को सुबह घर की साफ-सफाई करने के बाद ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर लेना चाहिए। स्नान करने के बाद साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहिए। मंगला गौरी का व्रत रखने के लिए मंदिर में पार्वती जी की प्रतिमा ज़रूर रखें। पूजा के दौरान सबसे पहले भगवान गणेश की आरती करें, इसके बाद भगवान शिव व मां गौरी की आरती करें।
सावन का पहला सोमवार, आज रवि योग में रखें व्रत, जानें मुहूर्त
मां गौरी की प्रतिमा के सामने आटे से बना दीपक में 16 बत्तियां लगाकर जलाएं। इसके बाद मां गौरी को 16 श्रृंगार अर्पित करें। पूजन के बाद मां मंगला गौरी की कथा सुने। मंगला गौरी के व्रत के दिन एक ही समय अन्न ग्रहण किया जाता है। मंगला गौरी के व्रत के दिन इस मंत्र का जाप जरूर करें मम पुत्रापौत्रासौभाग्यवृद्धये श्रीमंगलागौरीप्रीत्यर्थं पंचवर्षपर्यन्तं मंगलागौरीव्रतमहं करिष्ये।