कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच शनिवार को कोलकाता में राजभवन में मुलाकात हुई। दोनों नेताओं की मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर राजनीतिक दलों के बीच तकरार जारी है।
West Bengal CM Mamata Banerjee: While speaking to Prime Minister, I told him that we are against CAA, NPR and NRC. We want that CAA and NRC should be withdrawn. https://t.co/4ALUK2yPh3 pic.twitter.com/4sXduEn0lJ
— ANI (@ANI) January 11, 2020
केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी सीएए के पक्ष में कैंपेन चला रही है। तो वहीं टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी लगातार सीएए के खिलाफ रोड शो कर रही हैं। मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी से सीएए, एनपीआर और एनआरसी वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कुछ वित्तीय मामलों को लेकर भी मैंने चर्चा की है।
#WATCH: PM Narendra Modi meets West Bengal CM Mamata Banerjee in Kolkata. The Prime Minister is in Kolkata to take part in 150th anniversary celebrations of the Kolkata Port Trust. pic.twitter.com/6r6ghcLlSu
— ANI (@ANI) January 11, 2020
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता पहुंचे तो सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने कोलकाता हवाई अड्डे के बाहर और राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किया है। सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की छात्र इकाई, युवा कांग्रेस और एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी की और मांग की कि उन्हें शहर में उतरने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए।
एसएफआई के कार्यकर्ता यादवपुर विश्वविद्यालय, गोलपार्क, कॉलेज स्ट्रीट, हातीबगान और एस्प्लेनेड के पास हाथों में पोस्टर लेकर जमा हुए जिन पर ‘फासीवाद के खिलाफ छात्र’ जैसे नारे लिखे हुए थे। तृणमूल कांग्रेस की छात्र इकाई टीएमसीपी ने कोलकाता में रानी रासमणि मार्ग पर सीएए, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ ‘धरना’ दिया।