कोलकाता। चुनाव आयोग ने हुगली में एक चुनावी रैली के दौरान कथित तौर पर सांप्रदायिक आधार पर मतदाताओं से अपील करने के लिए ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को नोटिस भेजा था। चुनाव आयोग के इस नोटिस में ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) को 48 घंटों के भीतर जवाब देने के लिए कहा है।
बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की नेता ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने चुनाव आयोग द्वारा नोटिस जारी किये जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने चुनाव आयोग से सवाल किया है कि चुनाव आयोग ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) के खिलाफ अभी तक कितने नोटिस जारी किए गए हैं? आप 10 कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दो, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
I am sorry that I allowed Gaddar Mir Zafar (Rajib Banerjee) to file nomination in the last election from this constituency. When he was Irrigation Minister I had received a complaint so I removed him from that post and made him Forest Minister: WB CM Mamata Banerjee in Domjur pic.twitter.com/wGNPX7CvRo
— ANI (@ANI) April 8, 2021
बता दें कि चुनाव आयोग ने हुगली में एक चुनावी रैली के दौरान कथित तौर पर सांप्रदायिक आधार पर मतदाताओं से अपील करने के लिए ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) को नोटिस भेजा था। चुनाव आयोग के इस नोटिस में ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) को 48 घंटों के भीतर जवाब देने के लिए कहा है।
नरेंद्र मोदी के खिलाफ इतनी शिकायतें हुई हैं
ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने डोमजूर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा,” यह मायने नहीं रखता है, चाहे मेरे खिलाफ 10 कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएं। मैं सभी को एकजुट होकर मतदान करने के लिए कह रही हूं, कोई विभाजन की बात नहीं की है। नरेंद्र मोदी (PM Modi) के खिलाफ कितनी शिकायतें दर्ज हुईं? वह हर दिन हिंदू-मुस्लिम करते हैं।”
वे मेरे खिलाफ कुछ नहीं कर सकते
ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) ने कहा, ” उन लोगों के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज की हैं, जिन्होंने नंदीग्राम के मुसलमान को पाकिस्तानी कहा है? क्या उन्हें शर्म नहीं आई? वे मेरे खिलाफ कुछ नहीं कर सकते. मैं हिंदुओं, मुसलमानों, सिखों, ईसाइयों और आदिवासियों के साथ हूं।
बता दें चुनाव आयोग को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रतिनिधिमंडल से शिकायत मिली है, जिसमें आरोप लगाया है कि 3 अप्रैल को ममता बनर्जी ने हुगली में ताराकेश्वर की चुनाव रैली के दौरान मुस्लिम मतदाताओं से कहा कि उनका वोट अलग-अलग दलों में न बंटने दें। नोटिस के मुताबिक चुनाव आयोग ने पाया है कि उनका भाषण जन प्रतिनिधित्व कानून और आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन करता है।