मुंबई । पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का कथित पत्र (Letter of Parambir) सामने आने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में खलबली मची हुई है। भाजपा गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) का इस्तीफा मांग रही है। मुंबई में देशमुख के खिलाफ प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इसी बीच शिवसेना सांसद संजय राउत के एक ट्वीट को प्रदेश की सियासी उथल-पुथल और राजनीतिक बदलाव के दृष्टिकोण से अहम संदेश माना जा रहा है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक ट्वीट में लिखा है कि ‘हमको तो बस तलाश नए रास्तों की है, हम हैं मुसाफिर ऐसे जो मंजिल से आए हैं।’ जावेद अख्तर के इस शेर को ट्वीट कर संजय राउत ने ‘शुभ प्रभात’ भी लिखा है। राउत का यह ट्वीट ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र की पुलिस को लेकर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं।
शुभ प्रभात… pic.twitter.com/lKWKS9pFkf
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) March 21, 2021
सरकार की प्रमुख घटक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की राज्य इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा है कि परमबीर सिंह का पत्र मुख्यमंत्री और गृह मंत्री देशमुख (Anil Deshmukh) की सख्त कार्रवाई पर प्रतिक्रिया है। गृह मंत्री के इस्तीफे पर पाटिल ने कहा है कि देशमुख को हटाने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता।
पिछले ही दिनों उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर से बरामद एसयूवी प्रकरण को लेकर भी उद्धव सरकार कठघरे में है। पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कथित रूप से पत्र लिख कर प्रदेश के गृह मंत्री देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हालांकि, देशमुख ने आरोपों को खारिज कर दिया है।
ताजा घटनाक्रम में महाराष्ट्र की विपक्षी पार्टी भाजपा, गृह मंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफा मांग रही है। इसी कड़ी में भाजपा नेताओं-कार्यकर्ताओं ने मुंबई में देशमुख के खिलाफ प्रदर्शन भी किया।
इसी बीच भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के रिटायर्ड अधिकारी पीके जैन ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर होटलों एवं बार से हर महीने 100 करोड़ रुपये की उगाही करने का निर्देश देने संबंधी आरोप को गंभीर करार दिया है। उन्होंने कहा कि मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि पीके जैन 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी महाराष्ट्र राज्य आईपीएस अधिकारी संघ के पूर्व सचिव रहे चुके हैं और उन्होंने प्रधान सचिव (गृह), मुंबई पुलिस के संयुक्त आयुक्त (प्रशासन) जैसी प्रमुख जिम्मेदारियां निभाई हैं।
बता दें कि शनिवार को मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी (Letter of Parambir) लिखकर अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सचिन वाजे को अनिल देशमुख ने वसूली के लिए कहा था। मीडिया रिपोर्ट्स में इस घटनाक्रम को मुकेश अंबानी के घर के बाहर जिलेटिन के साथ बरामद एसयूवी और मनसुख हिरेन की मौत के मामले से जुड़ी अहम कड़ी बताया जा रहा है।
परमबीर सिंह ने शनिवार को महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) पर कथित रूप से आरोप लगाया कि मंत्री उनके टीम मेंबर सचिन वाजे से बार और हुक्का पार्लरों से प्रतिमाह 100 करोड़ रुपये उगाहने को कहा था।
सिंह ने देशमुख की उस टिप्पणी पर भी कड़ा प्रहार किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र होमगार्ड के कमांडेंट-जनरल के रूप में सिंह का ट्रांसफर प्रशासनिक उद्देश्यों के लिए नहीं, बल्कि उनकी टीम द्वारा ‘अक्षम्य चूक’ के लिए था। परमबीर सिंह के पत्र लिखने का यह मुद्दा शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस की महा विकास अघाडी (एमवीए) सरकार की नींव को हिला सकती है।
गृह मंत्री का दावा- झूठ बोल रहे परमबीर
सिंह (Anil Deshmukh) पर पलटवार करते हुए देशमुख ने ट्वीट किया कि पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त ने एसयूवी मामले में कार्रवाई और मनसुख हिरेन की मौत से संबंधित मामले में खुद को बचाने के लिए उन पर झूठे आरोप लगाए।
The former Commissioner of Police, Parambir Singh has made false allegations in order to save himself as the involvement of Sachin Waze in Mukesh Ambani & Mansukh Hiren’s case is becoming clearer from the investigation carried out so far & threads are leading to Mr. Singh as well
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) March 20, 2021
गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), जो कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली विस्फोटक लदी एसयूवी के मामले की जांच कर रही है, अब ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन की मौत की भी जांच करेगी।
इससे पहले महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से शुक्रवार को नई दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रदेश प्रमुख जयंत पाटिल और अन्य लोग भी उपस्थित थे। लगभग दो घंटे के बाद बैठक से बाहर आते हुए, देशमुख ने कहा कि उन्होंने एंटीलिया बम मामले की चर्चा की।
देशमुख ने बताया कि एनआईए और एटीएस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं। राज्य सरकार एनआईए को पूरा सहयोग कर रही है। दोनों जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों की रिपोर्ट आने के बाद राज्य सरकार दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी।
हालांकि, उन्होंने एक सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि क्या हालिया घटनाक्रम से मुंबई और राज्य पुलिस बलों का मनोबल गिर गया है। बुधवार को क्राइम ब्रांच एपीआई वाजे की गिरफ्तारी की गिरफ्तारी की गई थी।