डीसीपी रईस अख्तर ने बताया कि जानकारी मिली की बीते दिनों किराये के मकान में रहने आये कुछ लोग अवैध रूप से तंमचे बनाने का काम कर रहे है। जिसके आधार पर मड़ियांव के ग्राम कमलाबाद बढ़ौली स्थित मकान पर छापा मारा गया तो अन्दर से खटपट की आवाजें आ रही थी। जब दरवाजा खटखटाया गया तो अन्दर से बिजली बंद कर दी गयी। जब पुलिस ने आवाजें लगायी तो एक युवक कमरे के अन्दर से निकलकर भाग खड़ा हुआ। जबकी एक अभियुक्त को पकड़ लिया गया। जिसकी पहचान सोनू पाण्डेय के रूप में हुयी। जो मूल रूप से ग्राम मरसण्डा थाना मानपुर जिला सीतापुर का रहने वाला है। जिसने अवैध तंमचा के कारोबार करने की बात कबुल की है।
पंचायत चुनावों में थी खपाने की तैयारी
डीसीपी के मुुताबिक, पुलिस द्वारा पकड़े गया आरोपी सोनू अपने फरार सहयोगी आकाश मिश्रा निवासी सलेमपुर कोन जनपद लखीमपुर खीरी के साथ मिलकर अवैध रूप से तमंचा बनाने का कारोबार कर रहे थे। जिसे खास तौर पर पंचायत चुनाव में खपाने की तैयारी थी। लेकिन उससे पहले आरोपी रंगे हाथों पकड़ लिये गये। जिससे एक बड़ी साजिश नाकाम हो गयी। जिनके पास से दो देशी तमंचे 12 बोर, एक 315 बोर , एक-एक अर्धनिर्मित 315 व 12 बोर के तमंचे ,पांच कारतूस 315 बोर, दो जिंदा कारतूस 12 बोर , तीन जिंदा कारतूस 303 बोर बरामद हुआ है। वही तमंचा बनाने के लिए इन आरोपियों के पास से भट्टी, छेनी और लोहे के कई समान मिले है।
खरीददारों की तलाश में जुटी पुलिस
बताते चले कि खास तौर पर ग्राम पंचायत के चुनावों में लोग आपसी रंजिश को भुनाने का काम करते है। जिसमें कई बार सधन अपराधिक वारदातें सामने आती है। अवैध फैक्ट्री पकड़े जाने के बाद पुलिस अब चौकन्नी हो गयी है। पुलिस पूरे मामले की जांच-पड़ताल करने में जुटी हुई है। कि आखिर किस के लिये पकड़ा गया आरोपी काम कर रहा था। आरोपियों द्वारा अब तक कितने लोगों को तमंचे बेचे हैं और कहां-कहां इनकी खरीदारी हुई है।