मध्य प्रदेश में इन दिनों भीड़ द्वारा हिंसा के तमाम मामले सामने आ रहे हैं, नीमच जिले के सिंगौली में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एक भील आदिवासी को चोरी के शक में पहले पीटा गया, फिर उसका पैर बांधकर पिकअप से खींचा गया जिससे उसकी मौत हो गई। मामले में आरोपियों ने ही अपनी बर्बरता का वीडियो बनाया और वायरल किया, मौत के बाद 8 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी जेतलिया का महेंद्र गुर्जर है, इसकी पत्नी बाणदा की सरपंच है, पुलिस ने महेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने इस घटना के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया, कहा- जो लिंचिंग को सही बताने के लिए कुतर्क करते हैं वो इसके लिए जिम्मेदार हैं। वहीं, गुनहगार तो वो भी है जो इस मामले का वीडियो बना रहा था। कन्हैयालाल भील को लोग चोरी के शक में लिंच करते रहे और ट्रक से बांध कर घसीटते रहे, लेकिन कोई भी उसकी मदद को आगे नहीं आया।
मानवता भूल कन्हैयालाल को ऐसी सजा दी गई, जिससे उसकी मौत हो गई। मामले का वीडियो सामने आने के बाद और सोशल मीडिया पर यूजर्स का गुस्सा सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन जागा और मामले में कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि इस मामले के मुख्य आरोपी की पत्नी सरपंच है।
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सोशल मीडिया पर मामले का वीडियो सामने आने के बाद यूजर्स इस घटना की निंदा करते नजर आ रहे हैं। कुछ यूजर्स का तो कहना ये है कि गरीब होना ही उस शख्स की सबसे बड़ी गलती थी। कई लोग तो ऐसा भी कह रहे है कि अब एमपी में तालिबानी राज हो गया है, जहां पर लोगों को तालिबानियों की सजा दी जा रही है।