नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में जारी सियासी घटनाक्रम के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 22 बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करने के बाद से ही कमलनाथ सरकार अल्पतमत में आ गई थी।
#MadhyaPradesh CM Kamal Nath: I have decided to tender my resignation to the Governor today. pic.twitter.com/jgaRf6F0K2
— ANI (@ANI) March 20, 2020
वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी हार स्वीकार करते हुए कहा था कि सरकार के पास जरूरी संख्या नहीं है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि पैसे और सत्ता के दम पर बहुमत वाली सरकार को अल्पमत में लाया गया है। इसके साथ ही कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक कांग्रेस के सभी बागी 16 विधायकों के इस्तीफे भी मंजूर हो चुके हैं।
मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने 16 बागी विधायकों का इस्तीफा किया मंजूर
मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने बृहस्पतिवार देर रात कांग्रेस के 16 बागी विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए। इन सभी विधायकों ने छह अन्य विधायकों के साथ 10 मार्च को अपना इस्तीफा दिया था लेकिन प्रजापति ने इनके इस्तीफों पर कोई फैसला नहीं लिया था। हालांकि उन्होंने छह अन्य के इस्तीफे मंजूर कर लिए थे। ये सभी 16 विधायक अभी बंगलूरू में ठहरे हुए हैं।
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विधायकों का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद छलका स्पीकर का दर्द
कांग्रेस के बागी 16 विधायकों के इस्तीफे मंजूर करने के बाद विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति का दर्द छलक गया है। स्पीकर एनपी प्रजापति ने कहा कि वे दुखी हैं। कहा कि और उन्होंने भारी मन से ये इस्तीफे इसलिए स्वीकार किए क्योंकि बागी विधायक मेरे खिलाफ ही कोर्ट में खड़े हो गए ये लोकतंत्र की बिडंबना है।