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लोनी मामले में बड़ी कार्रवाई, सपा नेता उम्मेद पहलवान पर लगा रासुका

गाजियाबाद के लोनी में में मुस्लिम बुजुर्ग की पिटाई के मामले में आरोपी सपा नेता उम्मेद पहलवान की परेशानी बढ़ गई है। अब पुलिस ने उम्मेद पर रासुका लगा दिया है। जानकारी के मुताबिक, रासुका की कार्रवाई के बाद उम्मेद पहलवान को एक साल तक जमानत मिलना मुश्किल है। आपको बता दें कि फेसबुक लाइव के जरिए उम्मेद ने लोगों को भड़काने और मारपीट की वारदात को सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया था।

मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया से मिली जानकारी के आधार पर ही पुलिस ने रासुका लगाने की कार्रवाई एक दिन पहले कर ली थी। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री डालकर धर्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश करने वाले अभियुक्त उम्मेद पहलवान पर NSA की कार्रवाई की गई है।

उम्मेद पहलवान उर्फ़ उम्मेद इदरीशी उर्फ़ कूदू उम्र 45 वर्ष पुत्र युनुस निवासी लक्ष्मी गार्डन डी ब्लाक थाना लोनी बॉर्डर गाजियाबाद मूल निवासी देहपा थाना पिलखुआ जनपद हापुड़ को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 की धारा 3 की उप धारा 2 के अधीन उक्त अभियुक्त के विरुद्ध NSA की कार्रवाई की गई है। उक्त अभियुक्त उम्मेद पहलवान के विरुद्ध 16 जून को थाना लोनी बॉर्डर पर मुकदमा 504 / 21 us 153-A/295-A/504/505 IPC व 67 IT act पंजीकृत किया गया था, जिसको गिरफ्तार कर 19 जून को जेल भेजा गया था।

आपको बता दें कि पिछले दिनों आरोपी सपा नेता उम्मेद पहलवान को गाजियाबाद कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। उम्मेद को डासना जेल भेजा गया है। उम्मेद को पुलिस (Ghaziabad Police) ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उम्मेद के साथ गुलशन को भी गिरफ्तार किया गया था। दोनों को दिल्ली के लोकनायक जय प्रकाश अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया गया था। उम्मेद पहलवान पर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने का आरोप है। इस केस में सभी 11 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

गाजियाबाद ने बुजुर्ग अब्दुल समद की पिटाई मामले में पुलिस की जांच में अहम खुलासा हुआ है। गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक एफआईआर दर्ज होने के बाद खुद को फंसता देख उम्मेद पहलवान बुजुर्ग अब्दुल समद से एफिडेविट तैयार करने वाला था। अब्दुल समद से आरोपी उम्मेद एफिडेविट में लिखवाना चाहता था कि ‘जय श्री राम’ न कहने पर ही उसे पीटा गया और दाढ़ी काटी गई।

पुलिस के मुताबिक उम्मेद बुजुर्ग से ऐसा एफिडेविट इसलिए लिखवाना चाहता था ताकि जांच के दौरान ये साबित हो जाए कि बुजुर्ग ने ही उम्मेद से ‘जय श्री राम’ वाले विवाद की बात कही और फिर उसने फेसबुक लाइव किया इस तरह उम्मेद खुद को आगे तफ्तीश में बचा ले जाए। गाजियाबाद के एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि पहले तो उम्मेद ने गुमराह किया। लेकिन सब सिलसिलेवार तरीके से पूछताछ हुई तो उम्मेद ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।

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