नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 से ठीक प्रथम चरण के मतदान से पहले नागालैंड में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी के 37 सदस्यों ने बीते सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इन सभी सदस्यों ने नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में पार्टी छोड़ दिया है। इनका कहना है कि देशभर में फैल रही हिंदुत्व की विचारधारा नगा लोगों से सहन नहीं हो रही।
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बीजेपी के सिद्धांतों से नहीं रखते इत्तेफाक, सबसे ज्यादा परेशानी ‘हिंदुत्व नीति’से
राज्य बीजेपी प्रमुख को लिखी चिट्ठी में सदस्यों ने कहा कि वह इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं क्योंकि वे पार्टी के सिद्धांतों से इत्तेफाक नहीं रखते। उनका कहना है कि उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी ‘हिंदुत्व नीति’से है। हालांकि बीजेपी का कहना है कि इन सदस्यों के इस्तीफे से पार्टी को चुनाव में कोई नुकसान नहीं होगा। उन्होंने दावा किया कि इन इस्तीफों का चुनावी नतीजे पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
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त्रिपुरा से भी बीजेपी के लिए अच्छी खबर नहीं
त्रिपुरा से भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए अच्छी खबर नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार त्रिपुरा में बीजेपी के सहयोगी संगठन इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट आफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के उपाध्यक्ष अनंत देबवर्मा आईपीएफटी के कई कार्यकर्ताओं के साथ को कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। कुछ दिन पहले आईपीएफटी के वाइस चेयरपर्सन कृतिमोहन त्रिपुरा, युवा आईपीएफटी नेता एवं उसके बेलोनिया मंडल प्रमुख मृणाल त्रिपुरा अपने 400 समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इनसे पहले 19 मार्च को बीजेपी के उपाध्यक्ष सुबल भौमिक भी कांग्रेस में शामिल हो गए थे।