पेगासस मामले और कृषि कानून के मुद्दे पर हंगामे के कारण संसद का मानसून सत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है और लगातार कार्यवाही टालने की नौबत आ रही है। गुरुवार को भी हंगामें के चलते लोकसभा की कार्यवाही 11:30 बजे और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक टालनी पड़ी। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन में कड़ा संदेश देते हुए हंगामा करने वाले सांसदों को चेतावनी दी कि सदन की गरिमा बनाए रखें।
संसद में सरकार विपक्ष के सवालों के उत्तर देने के लिए तैयार है तो कांग्रेस, TMC और अन्य दल संसद में प्रश्न पूछने से क्यों भाग रहे हैं? इनका काम संसद की कार्यवाही में रुकावट पैदा करना है। विपक्ष के काम से लोकतंत्र शर्मसार हो रहा है: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर https://t.co/d1G34fshOt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 28, 2021
बिरला ने कहा- सदस्य अपने आचरण और व्यवहार में मर्यादाओं का ध्यान रखें, भविष्य में यदि स्वस्थ परंपरा टूटी तो कड़ी कार्रवाई करनी पड़ेगी। लोकसभा अध्यक्ष ने सवाल किया, क्या कल की घटना को न्योयचित मानते है? सामूहिक तौर पर निर्णय करना होगा तभी लोकतंत्र मजबूत रहेगा।
ध्यान रहे कि सदन में आज पेगासस जासूसी मामला और केंद्रीय कृषि कानूनों समेत विभिन्न विषयों पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के बीच ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूरा प्रश्नकाल चलाया। इससे पहले पिछले सप्ताह में और इस सप्ताह के शुरुआती दो दिन में विपक्ष के हंगामे के बीच पूरा प्रश्नकाल बाधित रहा था।
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आज सुबह भी सदन की बैठक शुरू होते ही जब अध्यक्ष बिरला ने प्रश्नकाल चलाने का निर्देश दिया तो कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य विभिन्न विषयों पर नारेबाजी करते हुए और तख्तियां लहराते हुए आसन के समीप आ गये। शोर-शराबे के बीच ही अध्यक्ष ने पूरा प्रश्नकाल चलाया और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेन्द्र सिंह और विधि एवं न्याय मंत्री किरेन रीजीजू ने अनेक सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर दिये।