नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते देश में जारी लॉकडाउन हृदय से जुड़ी बीमारियों वाले मरीजों के लिए गंभीर खतरा है। अगर आपके घर के किसी सदस्य को हाइपरटेंशन या बीपी हाई है। तो उनको ज्यादा सावधानी बरतनी होगी। आज विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर हम आपको बता रहे हैं कि किस तरीके से ऐसे मरीजों का घर में ध्यान रखा जाना चाहिए ताकि वे संक्रमण से बचे रहें।
जानें क्या है हाई बीपी ?
इस बीमारी में धमनियों में खून दबाव बढ़ जाता है। जिस कारण हृदय को धमनियों में खून का प्रवाह बनाए रखने के लिए ज्यादा काम करने की जरूर पड़ती है। समय के साथ यह हार्ट अटैक, स्ट्रोक और गुर्दे की बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है।
लॉकडाउन 4.0 : सोना पहले दिन 48000 के करीब पहुंच रचा इतिहास, चांदी में 2480 रुपये का उछाल
संक्रमित होने का खतरा अधिक है
अमेरिका, चीन व इटली में संक्रमितों के आंकड़ों के अनुसार, कोरोना से संक्रमित होने वालों में उच्च रक्तचाप की समस्या वाले मरीजों की संख्या अधिक है। इतना ही नहीं, इस वायरस के कारण ऐसे मरीजों की जान जाने का खतरा 6 प्रतिशत आधिक होता है। अमेरिका, चीन व इटली में कोरोना से मरने वाले मरीजों में से 50 से 76 फीसदी को पहले से हाई बीपी व अन्य हृदयरोग थे। -कोविड-19 इंसानी शरीर के श्वसन तंत्र के लिए घातक है जिससे ब्ल्ड प्रेशर मरीज के लिए संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे मरीजों की इम्युनिटी भी कमजोर होती है।