महाराष्ट्र में 3 सप्ताह के लॉकडाउन की जरूरत
महाराष्ट्र के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने के लिए राज्य में तीन सप्ताह के लॉकडाउन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि को देखते हुए सप्ताहांत लॉकडाउन से काम नहीं चलेगा। राहत और पुनर्वास मंत्री ने एक टीवी चैनल से कहा, संक्रमण रोकने के लिए हम हर मुमकिन कदम उठा रहे हैं, लेकिन काफी मजबूत कार्यबल की भी जरूरत है। हम जल्द ही पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा करने वाले छात्रों समेत पांच लाख डॉक्टर उपलब्ध करवाएंगे।
महाराष्ट्र में विकेंड लॉकडाउन की शुरूआत हो गई है। इस वजह से मुंबई के रेलवे स्टेशन सुनसान नजर आ रहे हैं. केवल जरूरी सेवाओं के कर्मियों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आवाजाही की अनुमती राज्य सरकार ने दी है। इस वजह से रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की आवाजाही बहुत ही कम नजर आई।
भीड़भाड़ रोकने के लिए पाबंदी लगाने की जरूरत
वडेट्टीवार ने कहा कि सामुदायिक स्तर पर संक्रमण के प्रसार और लोगों की मौतें रोकने के लिए ट्रेनों की आवाजाही और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़भाड़ रोकने के लिए पाबंदी लगाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, राहत और पुनर्वास मंत्री होने के नाते मैं मांग करता हूं कि महज सप्ताहांत पर लॉकडाउन के बजाए हमें तीन सप्ताह तक लॉकडाउन लगाना चाहिए. सामुदायिक संक्रमण रोकने और लोगों की जान बचाने की जरूरत है। मंत्री ने कहा कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के समक्ष यह मांग उठाएंगे।
रात्रि कर्फ्यू समेत अन्य पाबंदियों की घोषणा
महाराष्ट्र में शुक्रवार को संक्रमण के 56,286 मामले आने से संक्रमितों की संख्या 32,29,547 हो गयी, जबकि बुधवार को रिकॉर्ड 59,907 मामले आए थे। महाराष्ट्र सरकार ने रविवार को 30 अप्रैल तक सप्ताहांत पर लॉकडाउन लगाने तथा रात्रि कर्फ्यू समेत अन्य पाबंदियों की घोषणा की थी।
बिहार का हाल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण का फैलाव राज्य में बढ़ने लगा है। संक्रमितों की संख्या भी बढ़ रही है और इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सचेत और सक्रिय रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ टीकाकरण में और तेजी लायें।
उन्होंने कहा कि कोविड निर्दिष्ट अस्पतालों में सारी तैयारी रखें और आवश्यकतानुसार अनुमंडल स्तर पर पृथक-वास केंद्र की व्यवस्था तैयार रखें। उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री के साथ कोविड-19 को लेकर सभी राज्य के मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई थी, जिसमें कई बातों की चर्चा हुई थी. प्रधानमंत्री ने 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक विशेष टीकाकरण अभियान चलाने की बात कही है।
विशेष टीकाकरण अभियान
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि विशेष टीकाकरण अभियान के दौरान राज्य में प्रतिदिन चार लाख टीका लगाने का लक्ष्य रखें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने राज्यपाल के स्तर पर सर्वदलीय बैठक की भी बात कही है। हम लोग इस संबंध में राज्यपाल महोदय से संपर्क कर जल्द से जल्द सर्वदलीय बैठक आयोजित करने का आग्रह करेंगे।
बिहार में स्कूल कॉलेज, कोचिंग संस्थान 18 अप्रैल तक बंद
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के फैलाव को देखते हुए आपदा प्रबंधन समूह सभी स्कूल कॉलेज एवं कोचिंग संस्थान 18 अप्रैल तक बंद रखें। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर सरकारी एवं निजी कार्यक्रमों पर रोक लगाएं ताकि संक्रमण का खतरा कम से कम हो।
उन्होंने कहा कि लोगों को कोरोना के प्रति सतर्क और सजग करते रहना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सामूहिक रूप से घूमने एवं एकत्रित होने पर कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जिसको ध्यान में रखते हुए 30 अप्रैल तक शाम सात बजे के बाद दुकानों और प्रतिष्ठानों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। चार दिन बाद पुनः कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा कर आवश्यकतानुसार फैसला लिया जाएगा।
बिहार में मास्क पहनना अनिवार्य
यह पूछे जाने पर कि इसे आंशिक लॉकडाउन या रात्रि कर्फ्यू लागू होगा या नहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी लॉकडाउन की बात तो हो ही नहीं रही है और रात्रि कर्फ्यू के बारे में हम लोगों ने नहीं सोचा है।
उन्होंने कहा कि संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने पर तब बैठक कर आगे का निर्णय लेंगे। इस बीच बिहार के गृह विभाग के विशेष शाखा द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि दुकानों, प्रतिष्ठानों में सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। दुकानों, प्रतिष्ठानों के काउंटर पर दुकानदार कर्मियों एवं आगंतुकों के उपयोग के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाएगी। रेस्टोरेंट, ढाबा और भोजनालय निर्धारित बैठने की क्षमता के 50 प्रतिशत का उपयोग करेंगे।
महाराष्ट्र से आई एक ट्रेन में 17 लोग संक्रमित मिले
नीतीश ने कहा कि इस बार अभी लॉकडाउन की स्थिति नहीं है। बाहर से आने वाले लोगों के लिए अनुमण्डल स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के प्रति हम सभी को सजग रहना है। महाराष्ट्र से आने वाले लोगों को सभी ठहराव वाले जगहों के रेलवे स्टेशनों पर ही जांच किया जा रहा है। जांच में पॉजिटिव पाए जाने वाले लोगों को आइसोलेशन में रखने के लिए पूरी व्यवस्था की गयी है।
आज महाराष्ट्र से आये एक ट्रेन से 17 लोग संक्रमित पाए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आने वाले सभी लोगों की टेस्टिंग होगी और रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर उनके उपचार की पूरी तैयारी की गयी है। यदि रिपोर्ट निगेटिव आती है तो भी उन्हें कुछ दिनों तक घर में ही रहने की सलाह दी जाएगी।
चार लाख लोगों का टीकाकरण
उन्होंने कहा कि 11 अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच विशेष टीकाकरण अभियान चलाकर 45 वर्ष और उससे ऊपर के लोगों को टीका दिया जाएगा। इस टीकाकरण अभियान में चार लाख लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। इसके अलावा पूरे बिहार में लोगों को प्रेरित कर टीकाकरण का काम तेजी से किया जाएगा।
गृह विभाग के विशेष शाखा द्वारा जारी उक्त आदेश में कहा गया है कि सभी सिनेमा हॉल बैठने की निर्धारित क्षमता के 50 प्रतिशत का उपयोग करेंगे। सभी पार्कों एवं उद्यानों में मास्क का उपयोग तथा कोविड बचाव के अनुकूल व्यवहार करना अनिवार्य होगा। सभी धार्मिक स्थल आमजनों के लिए बंद रहेंगे।
विभिन्न कार्यक्रमों में उपस्थित होने वाले व्यक्तिों की अधिसीमा
आदेश में कहा गया है सरकारी कार्यालयों में उप सचिव या समकक्ष तथा उनसे वरीय अधिकारी शत, प्रतिशत एवं उनसे कनीय अधीनस्थ अधिकारी, कर्मचारी प्रतिदिन बारी-बारी से 33 प्रतिशत उपस्थित रहेंगे. आवश्यक सेवाओं यथा पुलिस, फायरब्रिगेड, स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, दूरसंचार, डाक इत्यादि से संबंधित विभागों पर ये शर्तें लागू नहीं होंगी। सरकारी कार्यालयों में सामान्य आगंतुकों के प्रवेश पर रोक रहेगी।
निजी कार्यालयों एवं संस्थाओं के व्यावसायिक, गैर व्यावसायिक कार्यालयों को 33 प्रतिशत कर्मियों के साथ खोलने की अनुमति होगी. औद्योगिक प्रतिष्ठानों पर यह बंधेज लागू नहीं होगा। सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी प्रकार के आयोजनों सरकारी एवं निजी पर रोक रहेगी। गृह विभाग के विशेष शाखा द्वारा जारी उक्त आदेश में कहा गया है कि अंतिम संस्कार के लिए 50 तथा श्राद्ध एवं विवाह के लिए 200 व्यक्ति की अधिसीमा रहेगी। सार्वजनिक परिवहन में निर्धारित बैठने की क्षमता के 50 प्रतिशत के उपयोग की अनुमति रहेगी।
पुडुचेरी में 10 अप्रैल से रात का कर्फ्यू लागू
पुडुचेरी की उपराज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि के कारण, 10 अप्रैल से रात का कर्फ्यू लागू किया जाएगा। संक्रमण को रोकने के उपायों की घोषणा करते हुए, उन्होंने कहा कि मास्क पहनने समेत सभी नियमों को कड़ाई से लागू किया जाएगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर 100 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
टीकाकरण के लिए विशेष शिविर का उद्घाटन
उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में टीकाकरण के लिए एक विशेष शिविर का उद्घाटन करने के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शनिवार से रात 11 बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा। इसके अलावा, सिनेमाघरों में बैठने की क्षमता के केवल 50 प्रतिशत दर्शकों को अनुमति होगी और धार्मिक तथा सामाजिक समारोहों पर प्रतिबंध होगा।
प्रदेश में कोविड 19 के 223 नए मामले
उन्होंने कहा कि सभी पूजा स्थलों को रात आठ बजे तक बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार 100 कोरोना वायरस जांच केंद्र और इतने ही टीकाकरण केंद्र चलाएगी। उन्होंने कहा कि शीर्ष अधिकारी व्यापारिक केंद्रों, दुकानों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा मानदंडों के पालन की निगरानी करेंगे। इस बीच, केंद्र शासित प्रदेश में कोविड-19 के 223 नए मामले सामने आए, जिससे कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 43,465 हो गई. संक्रमण से शुक्रवार को यहां कोई मौत नहीं हुई और कुल मृतकों की संख्या 687 पर बनी रही. इस दौरान 139 और मरीज ठीक हुए हैं। अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या 2,084 है।