मुंबई। शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा है कि देश तोड़ने की भाषा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अयोध्या जाएंगे और रामलला के दर्शन करेंगे। कोई भी ताकत उन्हें अयोध्या जाने से रोक नहीं सकती।
इस आंदोलन का मतलब कश्मीर को देश से तोड़ने से नहीं लगाया जाना चाहिए
संजय राऊत ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि उद्धव ठाकरे ने चुनाव से पहले अयोध्या जाकर भगवान राम के दर्शन किये थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद वे फिर से अयोध्या जाएंगे लेकिन अभी उनका कार्यक्रम तय नहीं हुआ है। राऊत ने गेट वे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन करते हुए कुछ छात्रों द्वारा लगाए गए फ्री कश्मीर के बैनरों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह सभी कश्मीर में लगी पाबंदी से आजादी के लिए किया जा रहा है। कश्मीर में इंटरनेट, मोबाइल पर पाबंदी लगाई गई है। लोगों की आवाजाही पर पाबंदी है। इससे कश्मीर को फ्री किया जाना चाहिए। इस आंदोलन का मतलब कश्मीर को देश से तोड़ने से नहीं लगाया जाना चाहिए। अगर कश्मीर को हिन्दुस्तान से अलग तोड़ने की बात की जाएगी तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
राऊत ने कहा कि जेएनयू में जिस तरह से नकाबपोश लोगों ने घुसकर छात्रों व प्राध्यापकों की पिटाई की, वह निंदनीय
राऊत ने कहा कि जेएनयू में जिस तरह से नकाबपोश लोगों ने घुसकर छात्रों व प्राध्यापकों की पिटाई की है, वह निंदनीय है। अगर किसी को अपनी भावना जतानी है तो नकाब क्यों? उन्होंने कहा कि रात के अंधेरे में चोर, डकैत, आतंकवादी नकाब डालकर काला कृत्य करते हैं। इस मामले की जांच का आदेश केंद्रीय गृहमंत्री ने दिया है, सच जल्द सामने आएगा।
गृहमंत्री मंत्रालय में बहुत काम पड़े हैं, इसकी बजाय उन्हें पर्चा बांटना शोभा नहीं देता
संजय राऊत ने तंज कसते हुए कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री शाह घर-घर जाकर सीएए व एनआरसी के समर्थन के लिए पर्चा बाट रहे हैं। वह हमारे आदरणीय गृहमंत्री हैं, मंत्रालय में बहुत काम पड़े हैं, इसकी बजाय उन्हें पर्चा बांटना शोभा नहीं देता है।