ऩई दिल्ली। इंडोनेशिया के बाली सागर में लापता होने वाली पनडुब्बी (Indonesia Submarine Accident) को डूबा हुआ घोषित करने के बाद उसपर सवार सभी 53 लोगों को भी मृत घोषित कर दिया गया है। इसके बाद अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री को पत्र लिखकर दुख जताया है।
राजनाथ सिंह ने अपने पत्र में दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की है।
Defence Minister Rajnath Singh writes to the Defence Minister of Indonesia, General Prabowo Subianto expressing his condolences on the KRI Nanggala tragedy. pic.twitter.com/UqvI5nvYls
— ANI (@ANI) April 26, 2021
दरअसल तलाश अभियान के दौरान केआरआई नानग्गला 402 (KRI Nanggala 402) का मलबा मिला है, वह तीन हिस्सों में टूट गई है। इंडोनेशियाई सेना के प्रमुख हादी जाहजंतो ने कहा, ‘उसपर सवार सभी 53 कर्मचारियों की मौत हो गई है।’
ये पनडुब्बी पांच इंडोनेशियाई पनडुब्बी के बेड़े में से एक थी, जो बुधवार को लाइव टारपिडो प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान लापता हो गई थी। अधिकारियों ने बताया है कि उन्हें रविवार सुबह पनडुब्बी की आखिरी लोकेशन के सिग्नल मिले हैं, जो इसके 800 मीटर (2600 फीट) की गहराई में जाने के बारे में बताते हैं जबकि इस पनडुब्बी में केवल 500 मीटर (1640 फीट) की गहराई तक जाने की क्षमता है। बचाव अभियान के लिए अंडरवॉटर पनडुब्बी वाहन का इस्तेमाल किया गया है, जिसे सिंगापुर ने भेजा था ताकि विजुएल तौर पर पुष्टि मिल सके।
इससे पहले शनिवार को नौसेना ने कहा था कि पनडुब्बी (Submarine Sunk) के अंदर के हिस्से तो मिल रहे हैं लेकिन उसकी लोकेशन की पुष्टि नहीं हो सकी है। इसकी तलाश के लिए दर्जनों हेलिकॉप्टर और जहाज लगाए गए थे। इसके लिए अमेरिका, सिंगापुर, मलेशिया और भारत ने भी मदद की है। नौसेना ने अपनी पनडुब्बी के लापता होने के बाद ही पड़ोसी देशों से मदद करने को कहा था। हादसे के पास वाले स्थान पर रहने वाले एक शख्स ने कहा, ‘सरकार को यहां से सीखना चाहिए कि उन्हें अपनी सैन्य तकनीक को विकसित करने की जरूरत है। इस तकनीक के इस्तेमाल का तरीका भी पता होना चाहिए क्योंकि इससे लोगों की जान दांव पर लगी होती है।’