नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी से बचाव के लिए दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू करने के नौ महीने बाद भारत ने आज 1 अरब यानी 100 करोड़ खुराक का आंकड़ा पूरा कर लिया है। देश में वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत 16 जनवरी 2021 से हुई थी।
इस बीच आज देश ने नया इतिहास रच दिया है। भारत ने वैक्सीन की 100 करोड़ डोज़ का आंकड़ा पार कर लिया है। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्वीट करके देश को बधाई दी है। उन्होंने लिखा है, बधाई हो भारत! दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के समर्थ नेतृत्व का यह प्रतिफल है। भारत दुनिया का पहला देश बन गया है जिसने इतनी तेजी से इतने बड़े आंकड़े को छुआ है।
बधाई हो भारत!
दूरदर्शी प्रधानमंत्री श्री @NarendraModi जी के समर्थ नेतृत्व का यह प्रतिफल है।#VaccineCentury pic.twitter.com/11HCWNpFan
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) October 21, 2021
डब्ल्यूएचओ और नीति आयोग ने भी दी बधाई
वहीं भारत में कोविड-19 वैक्सीनेशन के 100 करोड़ का आंकड़ा पार करने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन और नीति आयोग ने भी बधाई दी है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा है, 100 करोड़ वैक्सीन डोज के आंकड़े पर पहुंचना बहुत ही अद्भुत है। ये वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू होने के सिर्फ 9 महीने में हासिल किया गया है। ये राज्य सरकारें और जिला टीमों और लोगों की उपलब्धि है।
डब्ल्यूएचओ ने भी भारत को बधाई दी है। डब्ल्यूएचओ में दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, भारत का ये माइलस्टोन बहुत ही खास है क्योंकि भारत ने सिर्फ अपने ही देश के नागरिकों को नहीं बल्कि दुनिया के और देशों को भी वैक्सीन की करोड़ों डोज दी हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन भारत को इस कामयाबी के लिए बहुत बधाई देता है।
डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने यह भी कहा है कि मजबूत राजनीतिक नेतृत्व, अंतर-क्षेत्रीय अभिसरण, स्वास्थ्य और फ्रंटलाइन कार्यबल के समर्पित प्रयासों के बिना कम समय में असाधारण उपलब्धि संभव नहीं थी।
वहीं नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा, ये माइलस्टोन बहुत महत्वपूर्ण है। 75 फीसदी से अधिक वयस्कों को पहली खुराक दी गई है लेकिन साथ ही, 25 प्रतिशत वयस्क, जो मुफ्त टीकाकरण प्राप्त करने के योग्य हैं, अभी भी अशिक्षित हैं। जिन लोगों ने पहली खुराक नहीं ली है, उनके टीकाकरण के प्रयास को आगे बढ़ाने की अब भी जरूरत है।
डॉ वीके पॉल ने कहा, केवल 30 प्रतिशत से अधिक भारतीयों ने दोनों खुराक के साथ वैक्सीनेशन करवाया है। लगभग 10 करोड़ व्यक्ति ऐसे हैं, जिन्हे दूसरी डोज लेनी चाहिए थी। लेकिन उन्होंने नहीं ली है। यह अब अधूरा काम है जिसे हमें पूरा करना होगा, और उन व्यक्तियों को उनकी दूसरी खुराक लेने के लिए रिमाइंडर भेजना होगा।
बता दें कि केंद्र सरकार इसे एक महान उपलब्धि के तौर पर लेते हुए उत्सव की तैयारी में है। वैक्सीन खुराकों की संख्या 100 करोड़ पूरा होने पर देश में सबसे बड़े खादी तिरंगे को लाल किले में फहराया जाएगा। इस तिरंगे की लंबाई 225 फुट और चौड़ाई 150 फुट है और इसका वजन लगभग 1,400 किलोग्राम है। अधिकारी ने बताया कि यही तिरंगा 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर लेह में फहराया गया था।