Site icon News Ganj

जानें क्यों धनतेरस के दिन खरीदे जाते हैं बर्तन या सोने-चांदी, क्या है इसका इतिहास

लखनऊ डेस्क। धनतेरस महापर्व दीवाली की शुरुआत का प्रतीक है। कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि को मनाया जाने वाला दीवाली का त्योहार कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि से शुरु होता है।धनतेरस वाले दिन लोग स्टील के बर्तन या फिर सोने चांदी के आभूषण क्यों खरीदते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं क्या है इसका महत्त्व –

ये भी पढ़ें :-दिवाली पर ऐसे करें मां लक्ष्मी् की पूजा, मिलेगा मनचाहा फल 

आपको बता दें  राजा हिम के पुत्र के ऊपर मृत्यु का भय था। ये भविष्वाणी हुई थी कि विवाह के चौथे दिन राजा के पुत्र की मृत्यु हो जाएगी। उनकी नवविवाहिता पत्नी ने साहस दिखाते हुए कमरे के चारों तरफ दीये जला दिए और अपने सारे आभूषण और बर्तन कमरे के प्रवेश द्वार पर रख दिए।

ये भी पढ़ें :-Diwali 2019: दिवाली से पहले घर से इन चीजों को करें बाहर, बरसेगी लक्ष्मी की कृपा 

जानकारी के मुताबिक धनतेरस वाले दिन सोने, चांदी या तांबे के बर्तन खरीदने से घर में सौभाग्य आता है और पूरे साल धन की आवक बनी रहती है। इस दिन खरीदारी करने से घर के प्रत्येक सदस्य के ऊपर से बुरी आपदाओं का नाश होता है और किस्मत चमक जाती है।

Exit mobile version