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जानिए क्‍यों मनाई जाती है बैसाखी, क्या हैं इसका इतिहास और धार्मिक मान्यताएं

बैसाखी

बैसाखी

लखनऊ डेस्क।  बैसाखी का त्योहार पंजाब और हरियाणा में खासतौर पर बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। बैसाखी मनाने के पीछे धार्मिक और ऐतिहासिक कारण हैं। यह पर्व कृषि से भी जुड़ा है क्योंकि इसे रबी की फसल पकने के मौके पर मनाया जाता है। पंजाब और हरियाणा के अलावा भी पूरे उत्तर भारत में बैसाखी मनाई जाती है, लेकिन ज्यादातर जगह इसका संबंध फसल से ही जुड़ा है।

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आपको बता दें हिंदुओं के लिए बैसाखी पर्व का बहुत महत्व है. मान्‍यता है कि हजारों सालों पहले गंगा इसी दिन धरती पर उतरी थीं। यही वजह है कि इस दिन धार्मिक नदियों में नहाया जाता है।  इस दिन गंगा किनारे जाकर मां गंगा की आरती करना शुभ माना जाता है।

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जानकारी के मुताबिक असम में इस पर्व को बिहू कहा जाता है, इस दौरान यहां फसल काटकर इसे मनाया जाता है। बंगाल में भी इसे पोइला बैसाख कहते हैं. पोइला बैसाख बंगालियों का नया साल होता है। केरल में यह त्‍योहार विशु कहलाता है. बैसाखी के दिन ही सूर्य मेष राशि में संक्रमण करता है इसलिए इसे मेष संक्रांति भी कहते हैं।

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