तुलसी का पौधा घर में लगाने से पहले जान लें ये बातें

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पुराने समय से घरों में तुलसी (Tulsi) का पौधा लगाने और उसको हर रोज जल चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है। शास्त्रों में तुलसी के पौधे को लक्ष्मी का रूप बताया गया है यानी जहां पर तुलसी होती है वहां पर मां लक्ष्मी का वास होता है। तुलसी का पौधा घर में लगाने से नेगेटिव एनर्जी  खत्म होती है और पॉजिटिव एनर्जी बढ़ती है। तुलसी का पौधा घर में आने वाली विपत्ति को रोकने के साथ ही यह परिवार की आर्थिक स्थिति के लिए भी शुभ होती है। तुलसी का पौधा घर में होने से मन को शांति और प्रसन्नता मिलती है। आइए जानते हैं तुलसी को घर में लगाने से आपको क्या लाभ मिल सकते हैं।

घर में तुलसी लगाने के लाभ

-वास्तु के अनुसार घर में तुलसी के पौधे के लिए उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा का चुनाव करना चाहिए। इन दिशाओं में तुलसी का पौधा लगाना घर में सकारात्मक ऊर्जा पैदा करने वाला होता है। इसके अलावा आप ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में भी तुलसी का पौधा लगा सकते हैं। वहीं वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दक्षिण दिशा में तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से यह आपको फायदा देने के बजाय नुकसान भी पहुंचा सकता है।

-कुछ ऐसे खास दिन होते हैं जब तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार प्रत्येक रविवार, एकादशी और सूर्य व चंद्र ग्रहण के दिन तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। साथ ही इन दिनों में और सूर्य छिपने के बाद तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए। ऐसा करने से वास्तु दोष लगता है। साथ ही जो व्यक्ति रविवार के दिन तुलसी के पौधे में कच्चा दूध डालता है और रविवार को छोड़कर प्रतिदिन शाम को तुली के सामने घी का दीपक जलाता है, उसके घर में सदा लक्ष्मी जी का वास रहता है। इसके अलावा घर में कभी भी सूखा तुलसी का पौधा नहीं रखना चाहिए। यह अशुभ माना जाता है। ऐसे पौधे को कुएं या किसी पवित्र स्थान पर बहा देना चाहिए और नया पौधा लगाना चाहिए।

-भगवान विष्णु की पूजा में सिरस, धतूरा, कुरैया, सेमल, अकौवा और अमलतास के फूलों का इस्तेमाल नहीं किया जाता। साथ ही जो लोग रोली का टीका लगाने के बाद चावल भी चढ़ाते हैं, वह जान लें कि भगवान विष्णु की पूजा में अक्षत, यानी चावल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसके बजाय विष्णु पूजा में तुलसी और आंवले का इस्तेमाल किय जाता है। इनसे भगवान प्रसन्न होते हैं।

-तुलसी को रसोई के पास भी रख सकते हैं। ऐसा करने से घर की पारिवारिक कलह खत्म हो जाती है। मान्यता है कि अगर आपके घर में वास्तु दोष है तो इसे दूर करने के लिए तुलसी के पौधे को अग्नि कोण यानी की दक्षिण-पूर्व से लेकर उत्तर-पश्चिम तक के किसी भी खाली जगह में लगा सकते हैं। अगर इन जगहों में खाली जगह न हो तो गमलें में इसे लगा सकते हैं।

-तुलसी के पौधें को पूर्व दिशा की खिड़की के पास रखने से यदि बच्चे जिद्दी हो तो उनका जिद्द करना बंद हो जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर लड़की की शादी में देरी हो रही हो तो तुलसी को अग्नि कोण में रखकर यदि वह लड़की रोज उसमें जल अर्पण करें तो जल्द ही उसकी शादी हो जाती है। अगर आपका बिजनेस न चल रहा हो तो तुलसी को दक्षिण-पश्चिम कोने में रखें और हर शुक्रवार को सुबह कच्चा दूध अर्पण करे और मिठाई का भोग लगाकर किसी सुहागिन स्त्री को मीठी चीज दें। बिजनेस सही चलने लगेगा।

-तुलसी का पौधा ऐसा है जो आपको मुसीबतों के बारें में पहले से ही सतर्क कर देता है। इस बारे में धर्म ग्रंथों में भी बताया गया है। पुराणों और शास्त्रों में बताया गया है कि जिस घर पर कोई मुसीबत आने वाली होती है तो उस घर से सबसे पहले लक्ष्मी यानी कि तुलसी चली जाती है या सूख जाती है क्योंकि दरिद्रता, अशांति या क्लेश जहां भी होता है वहां लक्ष्मी जी का निवास कभी नहीं होता।

-तुलसी के बारें में हिंदू धर्म के शास्त्रों में बहुत कुछ बताया गया है। शास्त्रों के अनुसार तुलसी को जन्म से मृत्यु तक काम आने वाला पौधा माना जाता है। मामूली सा दिखने वाला यह तुलसी का पौधा घर के सभी दोष को दूर करता है जिससे लोग निरोग और सुखी रहते हैं।

-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तुलसी का पौधा बुध के कारण सुख देता है, क्योंकि बुध ग्रह हरे रंग का प्रतीक होता है और पेड़-पौधे हरियाली को दर्शाते हैं। यह एक ऐसा ग्रह होता है जो दूसरों ग्रहों के अच्छे और बुरे प्रभाव जातक तक पंहुचाता है। अगर कोई ग्रह शुभ फल देता है तो उसके शुभ प्रभाव से तुलसी का पौधा सूखता नहीं है वो आराम से बढ़ता रहता है। बुध के प्रभाव से ही तुलसी के पौधे में फूल लगने लगते हैं। वहीं घर में तुलसी के पौधे की होना किसी डॉक्टर के होने से कम नहीं है। कई तरह की बीमारियों में काम आता है जिसमें सर्दी-जुकाम और खांसी आम समस्या है।

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