लखनऊ डेस्क: सावन का पवित्र माह चल रहा है। इस माह में शिव की पूजा बड़े भी चाव से की जाती है है। भक्त शिवालयों में जाकर शिवलिंग पर बेलपत्र और जल चढ़ाते हैं ताकि भोले बाबा जल्द प्रसन्न हो जाएं और भोलेनाथ की कृपा उनके ऊपर बनी रहे।
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आपको बता दें सावन के महीने में बेलपत्र और जल के प्रभाव से भोलेनाथ के शरीर में उत्पन्न गर्मी शांत होने लगी। और तभी से शिव पर जल और बेलपत्र चढ़ाने की प्रथा चल पड़ी। बेलपत्र विष के प्रभाव को कम करता है। देवी देवताओं ने बेल पत्र शिवजी को खिलाना शुरू कर दिया।
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जानकारी के मुताबिक शिवलिंग कई धातुओं के बने होते हैं और सभी का अपना विशेष महत्व होता हैं। क्या आप जानते हैं कि कई शिवलिंग ऐसे हैं जिन पर चढ़ाया गया प्रसाद नहीं ग्रहण किया जाता हैं।