नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में छह घंटे के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को नामांकन दाखिल कर दिया है। उन्होंने दिल्ली के जामनगर हाउस में नई दिल्ली सीट से पर्चा भरा है। आप के संयोजक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नामांकन दाखिल करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा है।
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि वे अपना नामांकन दाखिल करने के लिए इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि पर्चा दाखिल करने का इंतजार कर रहा हूं, मेरा टोकन नंबर 45 है। यहां पर्चा भरने के लिए कई लोग लाइन में लगे हैं। मुझे बहुत खुशी है कि लोकतंत्र के इस पर्व में कई लोग शिरकत कर रहे हैं।
दिशा पाटनी जानें कैसे खुद को मीठा खाने से हैं रोकती? ये है स्पेशल ट्रिक
भारी संख्या में नामांकन दाखिल होने के कारण अरविंद केजरीवाल को इंतजार करना पड़ा है। इसकी वजह 30 से ज़्यादा वे डीटीसी कर्मचारी हैं जिन्हें साल 2018 में धरना देने के दौरान नौकरी से निकाल दिया गया था। डीटीसी के करीब 250 कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों को 2018 में धरने के दौरान निकल दिया गया था, इनमें से 30 ने मंगलवार को नामांकन दाखिल किया है। वे मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
जानें क्या कहा अरविंद केजरीवाल ने?
नामांकन दाखिल करने से पहले आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी का उद्देश्य भ्रष्टाचार को हराना है। दिल्ली को आगे ले जाना है, जबकि अन्य दलों का मकसद उन्हें (केजरीवाल को) हराना है। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि लड़ाई अन्य दलों और आप की ओर से किए गए कार्यों के बीच है। उन्होंने ट्वीट किया कि एक तरफ – भाजपा, जेडी(यू), एलजेपी, जेजेपी, कांग्रेस, आरजेडी हैं। दूसरी तरफ – स्कूल, अस्पताल, पानी, बिजली, फ्री महिला यात्रा, दिल्ली की जनता। मेरा मकसद है-भ्रष्टाचार हराना और दिल्ली को आगे ले जाना, उनका सबका मकसद है-मुझे हराना।
अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल किया क्योंकि देरी के कारण वह सोमवार को इसे दाखिल नहीं कर पाए थे। दिल्ली विधानसभा चुनाव 8 फरवरी को होगा, जबकि नतीजे 11 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।