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बालों के साथ दिल को भी रखता है सेहतमंद, जानें सरसों के तेल के ये फायदे

नई दिल्ली। सरसों के तेल का इस्तेमाल हम भारतीय लंबे समय से करते हुए चले आ रहे हैं। ये सिर्फ खाने के स्वाद को ही नहीं बढ़ाता है बल्कि सेहत के लिए भी इसका इस्तेमाल बहुत ही फायदेमंद होता है। सरसों के तेल में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो सेहत को कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ पहुंचाते हैं। वहीं इसमें सैचुरेटेड फैट, फाइबर,प्रोटीन, अनेकों माइक्रो नुट्रिएंट्स होते हैं जो सेहत को लाभ पहुंचाते हैं।

इसके अलावा इसमें विटामिन जैसे थियामाइन, फोलेट व नियासिन रहते हैं, जो शरीर के मेटाबाल्जिम को बढ़ाते हैं, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। अस्थमा से पीड़ि‍त लोगों के लिए सरसों का तेल खासतौर पर फायदेमंद होता है। सरसों में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम भी पाया जाता है, जो अस्थमा के मरीजों के लिए खासतौर पर फायदेमंद है। इसका रोजाना सेवन आपके वजन को कंट्रोल, हार्ट को स्वस्थ और इम्युनिटी बूस्ट करने का काम कर सकता है। आइये जानते हैं सरसों के तेल से क्या-क्या फायदे होते है।

दिल की सेहत के लिए है बेहतर

सरसों के तेल में मोनोअनसेचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैट पाया जाता है। एक अध्ययन के मुताबिक ये फैट दिल की सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं। इसलिए खाने में सरसों के तेल का सेवन जरूर करें।

त्वचा के संक्रमण से बचाता है

त्वचा में किसी प्रकार का संक्रमण हो गया है तो सरसों का तेल उसे कम करने में मदद कर सकता है। सरसों के तेल में एंटीमाइक्रोबियल्स जैसे तत्व पाए जाते हैं। नेपाल में किए गए एक अध्ययन से पता चलता है कि जिन नवजात शिशुओं की सरसों के तेल की मालिश की गई, उनकी त्वचा बाकि लोगों की तुलना में ज्यादा स्वस्थ मिली। यही कारण है कि बहुत से लोग सर्दियों में सरसों के तेल से मालिश करना पसंद करते हैं ताकि उनकी त्वचा में दरारें और सूखापन न हो।

दांत संबंधी समस्याएं
सरसों के तेल का इस्तेमाल दांत संबंधी समस्याओं को कम करने में लाभदायक हो सकता है। सरसों के तेल को यदि आप हल्दी के साथ इस्तेमाल करते हैं तो ये दातों से जुड़ी हुई कई समस्याओं को दूर करने में कारगर होता है। जैसे कि मसूड़े की सूजन, दातों में पीला पन आदि समस्यों को दूर करने में कारगर होता है। इसे आप हफ्ते में दो या तीन जरूर करें। ये दातों में हुए इन्फेक्शन की प्रॉब्लम से भी निजात दिलाने में सक्षम होता है। इसके अलावा अगर आपके दांतों में दर्द है तो सरसों के तेल में नमक मिलाकर मसूड़ों पर हल्की मालिश करें। ऐसा करने से दांतों का दर्द दूर हो जाएगा और दांत भी मजबूत बनेंगे।

सिर दर्द में राहत

सरसों का तेल इन्फेक्शन की समस्या को भी दूर कर सकता है। इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटी वायरल जैसे अनेकों तत्व मौजूद होते हैं। वहीं इसका इस्तेमाल सर्दी, सिर के दर्द जैसी समस्याओं से भी निजात दिलाने का काम करता है। सिर दर्द होने पर आप हल्का सरसों के तेल को गर्म करके बालों में लगा सकते हैं। इससे काफी हद तक आपको आराम मिलेगा और आप रिलैक्स फील करेंगें।

जोड़ों और मांसपेशियों का दर्द
सरसों के तेल को आप जोड़ों और मांसपेशियों में हो रहे दर्द से आराम पाने के लिए भी कर सकते हैं। यदि आपको ऐसी समस्या रहती है तो हल्का सा सरसों के तेल को गर्म करके नियमित रूप से हल्के हाथों से मारिश कर सकते हैं। त्वचा पर सरसों के तेल से अच्छी मालिश करने से रक्त संचार बढ़ सकता है और यह स्वस्थ चमक प्रदान कर सकता है। वहीं सरसों के तेल में ओमेगा 3 की भरपूर मात्रा भी पाई जाती है जो जोड़ों और मांसपेशियों में हो रहे दर्द को कम करने में आपकी मदद करती है।

त्वचा के लिए
सरसों के तेल में विटामिन ई की भरपूर मात्रा पाई जाती है। ये विटामिन ई स्किन के लिए अच्छा माना जाता है। इसके रोजाना सेवन सिर्फ शरीर को ही फायदा नहीं मिलता बल्कि स्किन में भी ये ग्लो लेकर आने का काम करता है। ये आपकी स्किन को नेचुरल रूप से ग्लोइंग बना के रखने में मदद करता है। सरसों का तेल शरीर में गर्मी बढ़ाता है और सर्दियों में खुजली, शरीर के दर्द और रूखेपन से राहत देता है।

बालों के लिए बेहद लाभकारी

सेहत के अलावा सरसों का तेल बालों की सेहत के लिए भी बेहद अच्छा होता है। इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड पाए जाते हैं जो सिर की त्वचा यानी खोपड़ी में हुई किसी भी तरह की सूजन को कम करते हैं। गर्म तेल से अगर सिर की मालिश की जाए तो बाल अच्छे हो सकते हैं।

अस्थमा
अस्थमा की समस्या श्वास से जुड़ी एक समस्या है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार ये बात पता चली है कि सरसों के तेल में सेलेनियम पाया जाता है जो कि अस्थमा के प्रभाव को कम करने में काफी हद तक फायदेमंद हो सकता है। इसलिए अस्थमा के रोगी सरसों के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

 कीट निवारक का काम करता है

यदि आप सरसों के तेल को अपने शरीर में लगा लेते हैं तो ऐसे में कई सारे कीटाणु आपके शरीर से दूर रहते हैं। इसलिए बारिश के मौसम में इन्फेक्शन होने का खतरा ज्यादा होता है, उस मौसम में आपको सरसों के तेल का उपयोग खाने के साथ-साथ स्किन के लिए करना चाहिए। ताकि ये एक प्रकार से कीट निवारक की तरह भी काम कर सके।

 

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