ऑफिस में ऐसे रखें कछुआ, रुके हुए कार्य होंगे संपन्न

77 0

कछुआ (Turtle) एक उभयचर जीव है जो पानी और जमीन दोनों जगह जीवित रह सकता है. शास्त्रों में कछुए का अत्यंत महत्व बताया गया है. मान्यता है कि घर में कछुआ (Turtle) रखने से परिवार के सदस्यों (Family Members) में प्रेम भाव बना रहता है.

उनकी तरक्की होती है और साथ ही घर में खुशियां भी आती हैं. कछुआ रखने से घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती. बहुत से लोग ऐसे हैं जो घर में कछुआ लेकर आते हैं लेकिन इस बात की जानकारी नहीं होती है कि कछुए को रखने का सही तरीका क्या है.

आइए हम बताते हैं कि किस तरह घर में कछुए को रखा जाए, जिससे आपको किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े और साथ ही आपके घर में धन की कमी ना हो.

घर और ऑफिस में रखें कछुआ

ऑफिस और घर के अंदर कछुआ रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु ने कच्छप रूप में अवतार लिया था. जिसे कूर्म अवतार भी कहा जाता है. कहते हैं घर या ऑफिस में कछुआ रखने से रुके हुए कार्य संपन्न हो जाते हैं और व्यक्ति को हर दिशा में सफलता प्राप्त होती है.

पानी में ही रखें कछुआ

लंबे समय तक जीवित रहने वाला कछुआ एकमात्र जीव है. धातु से निर्मित कछुए को आप अपने घर में पूजा वाले स्थान पर रख सकते हैं. एक बात का हमेशा ध्यान रखें कि कछुए को कभी भी बिना पानी के ना रखें. उसे पानी में रखना ही शुभ माना गया है. इससे आपके घर में सुख समृद्धि व सफलता आती है.

उत्तर दिशा में रखें कछुआ

कछुए को उत्तर दिशा में रखना शुभ माना गया है, क्योंकि उत्तर दिशा माता लक्ष्मी की दशा मानी जाती है. इस दिशा में कछुए को रखने से व्यापार में सफलता और धन लाभ होता है साथ ही शत्रुओं का नाश होता है.

क्रिस्टल का कछुआ रखें

अगर आर्थिक परेशानी का सामना कर रहे हों तो क्रिस्टल का कछुआ लाना चाहिए. कछुए का मुख हमेशा घर के अंदर की तरफ रखना लाभकारी होता है.

बेडरूम में न रखें

इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि कछुए को ड्राइंग रूम में रखें. कछुए को कभी भी बेडरूम में नहीं रखना चाहिए. इससे इसका नकारात्मक प्रभाव घर और घर के सदस्यों पर पड़ता है. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं

Related Post

CN YOGI IN NATH SAMPRDAY PROGRAM

“नाथ पंथ” पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में पहुंचे सीएम योगी

Posted by - March 20, 2021 0
गोरखपुर। गोरखपुर में दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय की ओर से पहली बार ‘नाथ पंथ (Nath Panth) के वैश्विक प्रदेय’ विषय पर…