नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व भर में तैनात भारतीय राजदूतों एवं उच्चायुक्तों को सोमवार को कड़ी हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि वे काेरोना विषाणु की महामारी के बीच तेजी से बदल रहे अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक एवं आर्थिक परिदृश्य पर पैनी नज़र रखें। साथ ही प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद एवं सहयोग बनाये रखने के साथ-साथ वैश्विक व्यापार, आपूर्ति और भुगतान सुचारु बनाये रखने के लिए सजगता से काम करें।
ई-बैठक में कोविड-19 महामारी को लेकर विश्व भर में हुई प्रतिक्रियाओं पर चर्चा की
श्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न देशों में मिशन प्रमुखों से संवाद किया और उन्हें पांच सूत्रीय निर्देश दिये। विदेश मंत्रालय के अनुसार शाम पांच बजे हुई इस ई-बैठक में कोविड-19 महामारी को लेकर विश्व भर में हुई प्रतिक्रियाओं पर चर्चा की गयी। इस अवसर पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला भी मौजूद थे।
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अमेरिका, चीन, ईरान, इटली, जर्मनी, नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात, अफगानिस्तान, मालदीव और दक्षिण कोरिया में तैनात मिशन प्रमुखाें के विचारों एवं अनुभवों को भी सुना
श्री मोदी ने अमेरिका, चीन, ईरान, इटली, जर्मनी, नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात, अफगानिस्तान, मालदीव और दक्षिण कोरिया में तैनात मिशन प्रमुखाें के विचारों एवं अनुभवों को भी सुना। कूटनीतिक हलकों में प्रधानमंत्री के ये निर्देश अमेरिका एवं चीन के बीच कोविड 19 के प्रसार को लेकर शुरू हुए राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के मद्देनजर अत्यंत महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।
कोविड-19 से खिलाफ देश की लड़ाई में पूरी तरह से भागीदार
विदेश मंत्रालय ने बैठक के बाद बताया कि प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत के मिशन भले ही घर से दूर हों, लेकिन वे कोविड-19 से खिलाफ देश की लड़ाई में पूरी तरह से भागीदार है। उन्होंने यह भी कहा कि देशवासियों की एकता और सतर्कता ही भारत के भविष्य की सुरक्षा में मददगार होगी।