कोरोना संकट के बीच हरिद्वार कुंभ के आयोजन को लेकर आलोचना झेलने के बाद उत्तराखंड सरकार कांवड़ यात्रा को लेकर सख्त हो गई है। प्रदेश के नए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है, साथ ही पूरे हरिद्वार को सील कर दिया गया है। कोई जबरदस्ती करने की कोशिश करता है तो उसके वाहन को जब्त किया जाएगा साथ ही उसे 14 दिन के लिए क्वॉरंटीन कर दिया जाएगा।
हरिद्वार पुलिस के मुताबिक बॉर्डर पर अनुभवी पुलिस अफसरों की तैनाती होगी जो चीजों को बेहतर ढंग से हैंडल कर लेते हैं।बता दें कि यूपी की योगी सरकार ने कांवड़ यात्रा की परमिशन दे रखी है लेकिन पड़ोसी राज्यों ने अब तक इसपर रोक लगाना ही उचित समझा है।
— Haridwar Police Uttarakhand (@haridwarpolice) July 14, 2021
कांवड़ यात्रा पर रोक के बाद उत्तराखंड पुलिस ने कांवड़ियों को राज्य में प्रवेश न करने देने को लेकर कमर कस दी है। सीमाओं को कांवड़ियों के लिए 24 जुलाई से ही सील कर दिया जाएगा। अलबत्ता यदि दूसरे राज्यों की सरकारें या कांवड़ संघ टैंकर से गंगाजल लेने की अनुमति मांगते हैं तो पुलिस इस काम में उनका सहयोग कर सकती है। प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि कोविड की दूसरी लहर के चलते इस साल भी उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा पर रोक रहेगी।
इस बीच यूपी में कांवड़ यात्रा की अनुमति होने के लेकर कांवड़ियों के उत्तराखंड प्रवेश की आशंका जताई जा रही है। अब डीजीपी अशोक कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि अगले सप्ताह तक सभी अंतरराज्यीय चेकपोस्ट पर अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पहले कांवड़ियों को समझा कर वापस किया जाएगा, फिर भी किसी ने जबरदस्ती की तो पुलिस सख्ती से काम लेगी।
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एसएसपी ने एसपी क्राइम प्रदीप राय, एसपी ग्रामीण प्रमेंद्र डोबाल व एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय को निर्देशित किया कि वह समय से उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जनपदों से बार्डर मीटिंग आयोजित करते हुए सूचनाओं का आदान-प्रदान करें। साथ ही नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों को सीज करने की कार्रवाई के बाद पार्किंग स्थलों का समय से चयन पहले ही कर लें। साथ ही बार्डर प्वाइंट्स पर अनुभवी पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को नियुक्त किया जाएगा। एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने कहा कि हरिद्वार की सीमा के अंदर आने पर कांवड़ियों के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किये जाएंगे।