लखनऊ डेस्क। कार्तिक महीने की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन सुहागन स्त्रियां पति की लंबी उम्र के लिए दिन भर निर्जला व्रत रहती हैं और दीर्घायु की कामना करती हैं। इस व्रत का पारण चांद देखने के बाद किया जाता है। तो जानिए इस व्रत के नियम, पूजा विधि और चांद निकलने का समय-
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आपको बता दें करवा चौथ के कैलेंडर की इस दिन पूजा करते हैं।चांद निकलने के बाद महिलाएं चंद्रमा को अर्घ्य देकर अपने पति के हाथ से पानी पीकर और मीठा खाकर व्रत खोलती हैं। इस व्रत में पूरे दिन जल-अन्न कुछ ग्रहण नहीं किया जाता फिर शाम के समय चंद्र दर्शन कर व्रत खोला जाता है।
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जानकारी के मुताबिक करवा चौथ पूजा मुहूर्त 17:50:03 से 18:58:47 तक है। पूजन के समय करवा चौथ कथा जरूर सुनें या सुनाएं। मेवे, रूपये आदि देकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें और सास उसे अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद दे।