नई दिल्ली। करतारपुर कॉरिडोर जाने के लिए भारतीयों के पासपोर्ट को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। इसी बीच विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया सामने आई है प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि कभी कहा जा रहा है कि पासपोर्ट की जरूरत है कभी बताया जा रहा है कि जरूरी नहीं है। लगता है कि पाकिस्तान की एजेंसियों के बीच कुछ मतभेद हैं।
Raveesh Kumar, MEA: We are aware that there is bilateral document which has been signed between India&Pakistan which clearly specifies the document to be carried by the pilgrims. Any amendment to existing MoU cannot be done unilaterally, it requires consent of both the parties. https://t.co/5eosKIhwJu
— ANI (@ANI) November 7, 2019
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वहीँ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के नए मानचित्रों में भारत के हिस्से के रूप में कालापानी को शामिल किए जाने पर नेपाल ने आपत्ति जताई थी। अब इस मामले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि हमारा नक्शा भारत के सभी क्षेत्रों का सटीक चित्रण करता है।
Raveesh Kumar, Ministry of External Affairs (MEA) on reports of Nepal’s objection to inclusion of Kalapani as part of India in the new maps of J-K, & Ladakh: Our map accurately depicts the sovereign territory of India. The new map has in no manner revised our boundary with Nepal. pic.twitter.com/rAfLXkFRbx
— ANI (@ANI) November 7, 2019
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जानकारी के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्दू के मामले पर रवीश कुमार ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन देश के लिए ऐतिहासिक घटना है। किसी एक व्यक्ति को विशिष्ट रूप से दर्शाना महत्वपूर्ण नहीं है।
Raveesh Kumar, Ministry of External Affairs on Congress leader Navjot Singh Sidhu: The inauguration of Kartarpur Corridor is a historic event. It is not important to highlight any one individual. pic.twitter.com/yp6O3aqTXG
— ANI (@ANI) November 7, 2019