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कर्ज की भरपाई के लिए एयर इंडिया कंपनी ने 2015 से अब तक बेचीं 115 संपत्तियां

लोकसभा में गुरुवार को एक प्रश्न के लिखित जवाब में वीके सिंह ने बताया कि एयर इंडिया ने मुद्रीकरण के लिए संपत्तियों के 111 पार्सल की पहचान की है। इनमें से 106 पार्सल संपत्ति भारत में हैं और बाकी पांच विदेशी संपत्तियां हैं।  उन्होंने कहा कि संपत्तियों के 11 पार्सलों में 211 इकाइयां हैं, जो मुद्रीकरण के अधीन हैं। वीके सिंह ने कहा, एयर इंडिया को साल 2015 से 12 जुलाई 2021 तक 115 संपत्तियों की बिक्री से अब तक 738 करोड़ रुपये मिले हैं। इसके अलावा एयर इंडिया को लीज रेंटल आय से भी सालाना करीब 100 करोड़ रुपये मिलते हैं। उल्लेखनीय है केंद्र सरकार फिलहाल एयर इंडिया को बेचने की प्रक्रिया में है।

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बता दें कि एयर इंडिया स्पेसिफिक अल्टरनेटिव मैकेनिज्म (एआईएसएएम) के 2018 के फैसले के अनुसार विनिवेश के लिए बाध्य एयर इंडिया अपने कर्ज की भरपाई करने के लिए अपनी अचल संपत्तियों का मुद्रीकरण कर रही है। इसके अनुसार मार्च 2019 तक कंपनी पर करीब 60,000 करोड़ का कर्ज था।संसद में गुरुवार को सरकार से सवाल किया गया था कि इस समय एयर इंडिया में विनिवेश की क्‍या स्थिति है और क्‍या यह सच है कि एयर इंडिया कुछ कमर्शियल और रेजीडेंशियल प्रॉपर्टीज को बेचकर सरकार 300 करोड़ रुपए जुटाने पर विचार कर रही है?

इस पर वीके सिंह की तरफ से बताया गया कि एयर इंडिया एक्‍सप्रेस में 100 फीसदी की हिस्‍सेदारी और एयर इंडिया एसटीएस में 50 फीसदी हिस्‍सेदारी के साथ एयर इंडिया में भारत की 100 फीसदी हिस्‍सेदारी की कार्यनीतिक विनिवेशक हेतु रुचि की अभिव्‍यक्ति (EOI) आमंत्रित करने के मकसद से 27 जनवरी 2020 को पहला ज्ञापन जारी किया गया था।  मगर कोविड-19 महामारी की वजह से इसकी अंतिम तिथि को समय-समय पर बढ़ाना पड़ा।

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