नई दिल्ली। जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआइ नेता कन्हैया कुमार और निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी मंगलवार को कांग्रेस में शामिल होंगे। ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद जैसे युवा नेताओं के पार्टी छोड़कर जाने के सिलसिले के बीच इन दोनों युवा नेताओं के पार्टी में आने से उसका मनोबल बढ़ेगा।
खुद को बदलने की तैयारी में कांग्रेस
चुनावों में एक के बाद एक मिल रही हार के बीच कांग्रेस पार्टी अब खुद को बदलने की तैयारी में है। अब कांग्रेस की नजर आगामी विधानसभा चुनावों पर है। इसके तहत वह युवाओं को पार्टी में शामिल करने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस हर राज्य में महाअभियान चलाने की तैयारी में है और ऐसे युवाओं को पार्टी में लाने की कोशिश करेगी, जो आंदोलन और संघर्ष से निकले हों। कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी ऐसे ही युवा हैं, इसलिए पार्टी इन्हें साथ ला रही है।
देश विरोधी नारेबाजी के कारण चर्चा में आए कन्हैया
कन्हैया कुमार बिहार के बेगुसराय के रहने वाले हैं। उनकी छवि एक तेजतर्रार छात्र नेता के रूप में रही है। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में कथित देश विरोधी नारेबाजी की वजह से वो चर्चाओं में आए थे और उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। 2019 के लोकसभा चुनाव में सीपीआइ एमएल के उम्मीदवार के रूप में उन्होंने चुनाव लड़ा था। वो भाजपा के कद्दावर नेता गिरीराज सिंह के खिलाफ मैदान में उतरे थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। पिछले दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात के बाद इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि वो कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।