नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत अक्सर अपने बेबाक बयान देने के लिए जानी जाती हैं। इस बार कंगना सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह पर भड़क गई हैं। उन्होंने उन पर अपना गुस्सा निकाला है। कंगना ने कहा कि इंदिरा जयसिंह जैसी औरतों की कोख से दुष्कर्मी पैदा होते हैं। इन जैसी औरतों को उन दुष्कर्मियों के साथ जेल में रखना चाहिए।
‘पंगा’ के प्रमोशन में जुटीं कंगना ने एक सवाल के जवाब में कहा कि ‘उस लेडी को उन लड़कों के साथ चार दिन जेल में रखो। उनको रखना चाहिए। उसको जरूरत है। कैसी-कैसी औरतें होती हैं। जिनको बड़ी दया आती है।’
#WATCH Kangana Ranaut on senior lawyer Indira Jaising's statement,'Nirbhaya's mother should forgive the convicts': That lady (Jaising) should be kept in jail with those convicts for four days…Women like them give birth to these kind of monsters and murderers. (22.1) pic.twitter.com/MtNcAca1QG
— ANI (@ANI) January 23, 2020
कंगना यहीं नहीं रुकती। वह आगे कहती हैं कि ‘ऐसी ही औरतों की कोख से ऐसे दरिंदे निकलते हैं। ये भी किसी के कोख से निकले हैं। उन्हीं की कोख ऐसी होती है, जिन्हें दया आती है। प्यार आता है इन दरिदों पर।’
निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि मैं कंगना रनौत के बयान से सहमत
निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि मैं कंगना रनौत के बयान से सहमत हूं। मैं उनका धन्यवाद करती हूं। मैं किसी की तरह महान नहीं बनना चाहती। मैं एक मां हूं और सात साल पहले मेरी बेटी की जान गई है और मैं इंसाफ चाहती हूं।
निर्भया की मां आशा देवी: मैं कंगना रनौत के बयान से सहमत हूं। मैं उनका धन्यवाद करती हूं। मैं किसी की तरह महान नहीं बनना चाहती। मैं एक मां हूं और सात साल पहले मेरी बेटी की जान गई है और मैं इंसाफ चाहती हूं। https://t.co/l0DBKNm9ZQ pic.twitter.com/Op8GOJd0fB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 23, 2020
निर्भया की मां आशा देवी बोली- इंदिरा जयसिंह मानव अधिकारों के नाम पर बिजनेस चलाती हैं और सिर्फ और सिर्फ मुजरिमों को करती हैं सपोर्ट
दरअसल कुछ समय पहले इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां आशा देवी से अपील की थी कि उन्हें दोषियों को माफ कर देना चाहिए। इंदिरा जयसिंह के बयान पर आशा देवी भड़क गई थीं। उन्होंने कहा था कि इस तरह का सुझाव देने की हिम्मत कैसे हुई? वह सुप्रीम कोर्ट में उनसे कई बार मिलीं लेकिन उन्होंने एक बार भी उनका हाल-चाल नहीं पूछा। अब वह दोषियों की माफी की अपील कर रही हैं। निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह ने जिस तरह से मुझसे सवाल किया। ये मानव अधिकारों के नाम पर समाज को धोखा देना है। बच्चियों के साथ हो रहे अपराधों का मजाक बनाना है। ये मानव अधिकारों के नाम पर बिजनेस चलाते हैं और सिर्फ और सिर्फ मुजरिमों को सपोर्ट करती हैं।
ऐसे लोगो को चौराहे पर मारना चाहिए उनको वहां फांसी पर लटकाना चाहिए
इससे पहले कंगना ने निर्भया के हत्यारों को फांसी दिए जाने में हो रही देरी पर अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने कहा कि निर्भया के दोषियों को जेल में नहीं बीच चौराहे पर फांसी दी जानी चाहिए। कंगना ने कहा कि जो शख्स दुष्कर्म कर रहा है, इस तरह की हरकतें कर पा रहा हैं, सबसे पहले तो वह अवयस्क है ही नहीं। ऐसे लोगो को चौराहे पर मारना चाहिए उनको वहां फांसी पर लटकाना चाहिए।