सावन (Sawan) के प्रथम दिवस पर 25 जुलाई को अन्तर्राष्ट्रीय भोजपुरी सेवा न्यास परिवार के तत्वावधान में कजरी महोत्सव कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। ‘घेरी आई सखी कारी बदरिया, बरसन लागी सखी मोरी अटरिया’ शीर्षक से आयोजित इस कार्यक्रम का श्रीगणेश अंतर्राष्ट्रीय भोजपुरी सेवा न्यास के अध्यक्ष परमानंद पांडेय ने मां सरस्वती को पुष्प चढ़ा कर किया।
अंतर्राष्ट्रीय भोजपुरी सेवा न्यास परिवार की संरिक्षका और कार्यशाला की प्रशिक्षिका शशिलेखा सिंह ने विनईला शरदा भवानी ,पत राखीं भवानी गोर मां सरस्वती का स्तवन वंदन कर कार्यक्रम को गति दी।
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मधु श्रीवास्तव की सरस्वती वंदना ‘सुरसती मईया क करीं लें पुकार, सुघर माई हो सुन लीहें विनती हमार ’को श्रोताओं की खूब सराहना मिली।
उसके बाद श्रीमती शशिलेखा सिंह ने आनलाइन कजरी गायन कर प्रतिभागियों को हर शब्द की बारीकी समझाई। आॅनलाइन गुगल मीट पर कजरी गीतों की प्रस्तुतियों और प्रशिक्षण में भाग लेने वाली प्रतिभागियों में रीता श्रीवास्तव, मधु श्रीवास्तव ,सुमन पांडेय ,अंजली सिंह अर्पणा सिंह, नीरु श्रीवास्तव , शैली सिंह बंदना तिवारी ,सुधा तिवारी, विभा श्रीवास्तव , कल्पना सक्सेना ,नेहा श्रीवास्तव , नीरु श्रीवास्तव, कंचन श्रीवास्तव , रीता पांडेय, भारती श्रीवास्तव,कुसुम मिश्रा, रीना मिश्रा, इंदु दुबे गायत्री त्रिपाठी , तन्नु कुमारी चौहान, सम्मलित हुईं। शुभारंभ के समय अंतर्राष्ट्रीय भोजपुरी सेवा न्यास के उपाध्यक्ष दुर्गा प्रसाद दुबे, दिग्विजय मिश्र, संयुक्त सचिव राधेश्याम पांडेय, जे पी सिंह, न्यासी शाश्वत पाठक प्रसून पांडेय , सुदर्शन दुबे , दिव्यांशु दुबे अखिलेश द्विवेदी दशरथ महतो गयानाथ यादव और ऊषाकान्त मिश्र आदि मौजूद रहे।