देश इस वक्त कोरोना संकट से बुरी तरह से जूझ रहा है, स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हर तरफ चर्चा हो रही है लेकिन सरकार के एक जबाव ने पोल खोल दी। लोकसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया कि देश में 3,500 लाइसेंस प्राप्त ब्लड बैंक हैं लेकिन 63 जिलों में एक भी ब्लड बैंक नहीं है। सरकार के प्रस्ताविक कदमों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा- मौजूदा नीति है कि हर जिलों में कम से कम एक लाइसेंस प्राप्त ब्लड बैंक खोले जाएं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- राज्य सरकार अनेक प्रशासनिक कारणों से समय-समय पर नए जिले बनाती है इसलिए ब्लड बैंक नहीं खोले जा सके। उन्होंने कहा- जहां ब्लड बैंक नहीं है वहां दिक्कत नहीं है, आसपास के दूसरे राज्यों से ब्लड की जरूरतों को पूरा कर लिया जाता है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राष्ट्रीय रक्त नीति में ट्रांसफ्यूजन सर्विस के लिए हब और स्पोक रुख की वकालत की गई है। हब में जहां खून को एकत्रित और संग्रहित किया जाता है, जबकि इन्हें स्पोक्स के जरिये वितरित किया जाता है. ये छोटे ब्लड बैंक या ब्लड स्टोरेज केंद्र होते हैं।
यूपी में ब्राह्मण वोट के लिए पार्टियों में जंग, स्वामी प्रसाद बोले- भाजपा में ही रहेंगे ब्राह्मण
मंडाविया ने कहा, ‘अनेक प्रशासनिक कारणों से राज्य सरकारें समय-समय पर नए जिले बनाती हैं। हालांकि ऐसे जिलों की रक्त संबंधी जरूरतों को पास के जिलों की ब्लड बैंक से पूरा किया जाता है। ’