ऩई दिल्ली। पूजा के बाद उन्हें तिरुमला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी और कार्यकारी अधिकारी केएस जवाहर रेड्डी ने रेशम का वस्त्र, भगवान वेंकटेश्वर का चित्र भेंट किया और प्रसाद दिया।
भारत के अगले प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किये गये न्यायमूर्ति एनवी रमण (NV Ramanna) ने तिरुमला स्थित प्राचीन वेंकटेश्वर मंदिर में रविवार को पूजा अर्चना की। न्यायमूर्ति रमण (NV Ramanna) 24 अप्रैल को पदभार ग्रहण करेंगे। वह देश के 48वें प्रधान न्यायाधीश होंगे। मंदिर के एक अधिकारी ने बताया कि न्यायमूर्ति रमण रविवार सुबह मंदिर में पहुंचे और वहां करीब एक घंटे तक रहे।
न्यायमूर्ति रमण (NV Ramanna) भगवान वेंकटेश्वर के अनन्य भक्त हैं। वह अपनी पत्नी शिवमाला के साथ शनिवार को यहां आए थे। पूजा के बाद उन्हें तिरुमला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी और कार्यकारी अधिकारी केएस जवाहर रेड्डी ने रेशम का वस्त्र, भगवान वेंकटेश्वर का चित्र भेंट किया और प्रसाद दिया।
सीजेआई एसए बोबडे 23 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं और 24 अप्रैल को न्यायमूर्ति एनवी रमन्ना अगले सीजेआई के तौर पर शपथ लेंगे। बता दें कि न्यायमूर्ति नाथुलापति वेंकट रमन्ना को साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था। हालांकि उनके कार्यकाल में दो साल से भी कम का वक्त बचा है क्योंकि जस्टिस रमन्ना 26 अगस्त 2022 को रिटायर होने वाले हैं।
कौन हैं न्यायमूर्ति एनवी रमन्ना ?
एनवी रमन्ना (NV Ramanna) का जन्म 27 अगस्त 1957 को आंध्र प्रदेश के कृष्ण जिले के पोन्नवरम गांव में एक कृषि परिवार में हुआ था। न्यायमूर्ति रमन्ना ने दस फरवरी 1983 में वकालत शुरू कर दी थी। न्यायमूर्ति एनवी रमन्ना(NV Ramanna) किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं और उन्होंने विज्ञान और वकालत में स्नातक किया है। 27 जून 2000 को जस्टिस रमन्ना आंध प्रदेश हाईकोर्ट के स्थायी जज के तौर पर नियुक्त हुए।