झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल काॅलेज प्रशासन में बुधवार को उस समय हड़कम्प मच गया। जब यहां एक जूनियर डाॅक्टर को कोरोना वायरस से संक्रमण के संदिग्ध लक्षण मिले ।
जूनियर डॉक्टर के कोरोना वाॅयरस पॉजिटिव मिलने पर सन्नाटा पसर गया
बताया जा रहा है कि जूनियर डॉक्टर की पत्नी मध्यप्रदेश के इंदौर में कार्यरत है। वहीं से वह एक हफ्ते पहले आयी थी और पति के पास झांसी में ही थी। जूनियर डॉक्टर के कोरोना वाॅयरस पॉजिटिव मिलने पर सन्नाटा पसर गया। पत्नी में संक्रमण की रिपोर्ट आने के बाद जूनियर डॉक्टर को संदिग्ध मानते हुए उसे आइसोलेशन वार्ड में एडमिट कर दिया गया है साथ ही उसका सैंपल लखनऊ भेजा गया है।
सीएमओ गजेन्द्र कुमार निगम ने जूनियर डाक्टर को संदिग्ध बताया है, उसका सैंपल जांच के लिए भेज दिया गया
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) गजेन्द्र कुमार निगम से जब इस मामले में बात की गई तो उन्होंने बताया कि जूनियर डाक्टर को संदिग्ध बताया जा रहा है। उसका सैंपल जांच के लिए भेज दिया गया है। साथ ही उसे आईसोलेशन वार्ड में रखा है। उन्होंने कहा कि घबराने की बात नहीं है, अभी सैंपल रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
यूपी में कोविड-19 से मुकाबले के लिए 1139 करोड़ रुपये की धनराशि की जारी : रेणुका कुमार
यह खबर पूरे मेडिकल काॅलेज में जंगल की आग की तरह फैल गई। आनन फानन उस जूडा के संपर्क में आने वाले करीब दो दर्जन से अधिक लोगों ने भी अपने आप को क्वारेन्टाइन कर लिया है, इसमें कोरोना टीम के अध्यक्ष और काॅलेज प्राचार्य भी बताई जा रहीं हैं।
मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग में कार्यरत जूनियर डॉक्टर की पत्नी इंदौर मेडिकल कॉलेज के गायनी विभाग में जूनियर चिकित्सक के पद पर तैनात है। वह 19 मार्च को पति के साथ रहने के लिए 5 दिन की छुट्टी लेकर यहां आई थी। मेडिकल कॉलेज में स्थित एक हॉस्टल में वह रुकीं और जब 24 मार्च को इंदौर के लिए वापस जा रही थी तब उसकी तबीयत कुछ ठीक नहीं थी। इंदौर पहुंचने के कुछ दिनों बाद उसकी तबीयत और बिगड़ गई।
पत्नी इंदौर मेडिकल कॉलेज के गायनी विभाग में जूनियर चिकित्सक को बुधवार को उसके सैंपल की रिपोर्ट में कोरोना वाॅयरस की पुष्टि
इस पर गंभीरता से मामले को लेते हुए उसकी जांच कराई गई। बुधवार को उसके सैंपल की रिपोर्ट में कोरोना वाॅयरस की पुष्टि हो गई। इसके बाद जैसे ही इसकी जानकारी मेडिकल काॅलेज में कार्यरत उसके पति को हुई तो उसने इसकी जानकारी अपने अधिकारियों को दी। साथ में यह भी बताया कि उसके गले में खराश भी हो रही है। इस पर तत्काल उसे आईसोलेशन वार्ड में शिफ्ट करते हुए उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।
सूत्रों के अनुसार जूनियर डाॅक्टर के संदिग्ध होने के बाद मेडिकल प्रशासन में हड़कम्प मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस दौरान काॅलेज की प्राचार्य व कोरोना टीम के अध्यक्ष समेत करीब दो दर्जन से अधिक चिकित्सक कोरोना संदिग्ध के संपर्क में रहे हैं। जूनियर डाक्टर के आइसोलेट होने के बाद संपर्क में आए सभी चिकित्सकों ने भी स्वयं को क्वारेन्टाइन कर लिया है।