यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि एक नए तरीके से देश कैसे मजबूत हो. गांव, गरीब और खलिहान की बात कैसे हो सके। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि विपक्ष सरकार की तानाशाही को झेल रही है। सामाजिक और राजनीतिक लेाग इन विषयों पर आंदोलन कर रहे हैं। सरकार दमन की राजनीति कर रही है। पिछले समय में आपने देखा होगा कि कहीं न कहीं मीडिया पर भी अधिपत्य और प्रभाव स्थापित करने में यह सरकार पूरी तरह कायम रही है। पिछले समय चाहे वह कानपुर देहात का प्रकरण हो। जब बच्चों, नौनिहालों को भीषण ठंड में ठिठुरन में जबरन कपड़ा उतारकर योगा कराया गया और जब मीडिया ने अपने फेसबुक वाल से ट्वीट कर दिया तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। बजाय उन जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने के लिए जिन्होंने यह कृत्य किया था।
कहीं गोवर्धन पर्वत को बेच न दे सरकार,बचा के रखना: प्रियंका गांधी
मिर्जापुर में अगर नमक-रोटी के सवाल को एक पत्रकार प्रचारित किया तो उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया। अगर श्रमिकों के सवाल पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया तो सरकार ने उन्हें जेल भेजने का काम किया। गांव का आदमी जो सरकार की व्यवस्था से, गांव का किसान जो सरकार की नीति से, गांव की बेटी जो सुरक्षा के सवाल उठा रही है, आज उनकी आवाज दबाई जा रही है। कांग्रेस ऐसी आवाज बनाना चाहती है जिसमें सबकी समान भागीदारी हो. नए-नए लोग इसमें ज्यादा से ज्यादा शामिल हों। जिसे लेकर लोकसभा, विधानसभा, गांव तक संगठन का नेटवर्क कांग्रेस पार्टी बनने जा रही है। जिससे लेकर लोकसभा, विधानसभा, गांव तक संगठन का नेटवर्क कांग्रेस बनाने जा रही है।
सोशल मीडिया के माध्यम से UP के घर-घर जाने का किया जाएगा काम
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) सोशल मीडिया के चेयरमैन रोहन गुप्ता ने बताया कि देश के वर्तमान हालात अत्यधिक खराब हैं। बीजेपी सरकार में जो भी आदमी आवाज उठाएगा। उसको कुचल दिया जाएगा, जो पीड़ित हो उसी को प्रताड़ित किया जाएगा। मीडिया को भी दबाव में रखा जा रहा है। आवाज को दबाने का लगातार प्रयास हो रहा है। अब समय आ गया है कि इस व्यवस्था के विरुद्ध आवाज उठाई जाए। समाज के हर वर्ग का शोषण किया जा रहा है. किसानों का शोषण किया जा रहा है। महिलाओं, बेटियों का उत्पीड़न हो रहा है। इनकी आवाज कांग्रेस सोशल मीडिया (Congress Social Media) के माध्यम से उत्तर प्रदेश के घर-घर में ले जाने का काम किया जाएगा।