नई दिल्ली। बीते दिनों नागरिकता कानून के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन करने के कारण जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू)काफी सुर्खियों में था। वहीं बीते कल रविवार को भी यहां हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए।जिसके बाद आज सोमवार को दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।
पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी और सोशल मीडिया को जांच का आधार बनाया जाएगा। वहीं एम्स में भर्ती सभी छात्रों को छुट्टी दे दी गई है और केंद्रीय गृह मंत्रालय भी इस पूरे मामले पर नजर रखे हुए है। मुंबई-पुणे, कोलकाता समेत देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। इसको लेकर राजनीति भी तेज हो गई है।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के हवाले, उपराज्यपाल ने की बैठक
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) हिंसा मामले की जांच को दिल्ली पुलिस ने अपनी अपराध शाखा को सौंप दिया है। वहीं विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात की और उन्हें परिसर की मौजूदा स्थिति के बारे में बताया। जेएनयू परिसर में रविवार को हुई हिंसा के बाद यह कदम उठाया गया है। अन्य एक अधिकारी ने बताया कि एम्स के ट्रामा सेंटर और सफदरजंग में भर्ती 35 छात्रों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
दोपहर एक बजे प्रेस कांफ्रेंस
आज दोपहर एक बजे एबीवीपी घायल छात्रों के साथ प्रेस कांफ्रेंस करेगी।
जेएनयू शिक्षक संघ ने लिखा राष्ट्रपति को पत्र
जेएनयू शिक्षक संघ ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर कहा है कि कैंपस में अराजकता का माहौल है। नकाबपोश गुंडे छात्रावास में जाकर मारपीट करते हैं। कुलपति विश्वविद्यालय नहीं संभाल पा रहे हैं, इसलिए उचित कार्यवाही की जाए और इस पूरे मामले की जांच हो।
आज सुबह एलजी से मिले वीसी और रजिस्ट्रार
सरकारी सूत्रों के अनुसार जेएनयू के रजिस्ट्रार और वीसी आज सुबह ही एलजी से मिले और उन्हें स्थिति की जानकारी दी। पुलिस छात्रों से बात करेगी और सबूत इकट्ठा करना शुरू करेगी। वहीं एम्स व सफदरजंग में भर्ती 35 छात्रों का मेडिकल पूरा हो चुका है।
Government Sources: Registrar and Pro-VC of JNU already met LG Anil Baijal today and apprised him of the situation.
Police will talk to students and start collecting evidence.
Medical of 35 students is complete, both in AIIMS trauma centre and Safdarjung hospitals— ANI (@ANI) January 6, 2020
कर्नाटक में भी विरोध प्रदर्शन
कर्नाटक के बंगलूरू के टाउन हॉल में जेएनयू में हुई हिंसा के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन किया।
Karnataka: Protest held at Town Hall in Bengaluru against yesterday’s violence in Jawaharlal Nehru University (JNU). pic.twitter.com/hQvo086yAo
— ANI (@ANI) January 6, 2020
हैदराबाद में पीडीएसयू ने किया प्रदर्शन
हैदराबाद के प्रोग्रेसिव डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स यूनियन (पीडीएसयू) के कार्यकर्ताओं ने ओस्मानिया विश्वविद्यालय में जेएनयू हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन किया।
Hyderabad: Progressive Democratic Students Union(PDSU) activists protest in Osmania University against yesterday’s #JNUViolence pic.twitter.com/un69Gtl3vU
— ANI (@ANI) January 6, 2020
यूपी के विश्वविद्यालयों में बढ़ाई गई सुरक्षा
जेएनयू हिंसा के मद्देनजर पुलिस बल अलर्ट पर हैं और पूरे उत्तर प्रदेश के विश्वविद्यालयों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं इसमें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय भी शामिल है।
Following violence in JNU, Police forces on alert, additional forces being deployed in Universities across the state including in Aligarh Muslim University(in pics) pic.twitter.com/AepR31gNXh
— ANI UP (@ANINewsUP) January 6, 2020
कांग्रेस, वामपंथी, आप बनाना चाहते हैं विश्वविद्यालयों में हिंसा का माहौल-जावड़ेकर
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जेएनयू हिंसा मामले में कहा है कि हम इसकी निंदा करते हैं। इसकी जांच जरूरी है। कांग्रेस, वामपंथी, आप और कुछ अराजक तत्व देशभर के विश्वविद्यालयों में हिंसा का माहौल बनाना चाहते हैं।
Union Minister Prakash Javadekar: We condemn the violence in JNU. This needs to be investigated. Congress, Communists, AAP and some elements want to create environment of violence in universities across the country. #JNUViolence pic.twitter.com/jfh4wtDkh6
— ANI (@ANI) January 6, 2020
जेएनयू के बाहर भारी पुलिस बल तैनात
डीसीपी देवेंद्र आर्या जेएनयू के मेन गेट के बाहर मौजूद, उनके साथ भारी पुलिस बल भी तैनात।
Delhi: Police outside Jawaharlal Nehru University (JNU) main gate; Devendra Arya, DCP (South-West) also present . pic.twitter.com/47xs5dmfQP
— ANI (@ANI) January 6, 2020
वार्डन ने दिया इस्तीफा
जेएनयू के साबरमती हॉस्टल के सीनियर वार्डन आर मीणा ने इस्तीफा दिया।
R. Meena, senior warden of Sabarmati Hostel of Jawaharlal Nehru University (JNU) has resigned stating, ‘we tried but could not provide security to hostel.’ #JNUViolence pic.twitter.com/9K68Fe1LIX
— ANI (@ANI) January 6, 2020
एलजी ने बुलाई बैठक
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जेएनयू में हुई हिंसा के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन को बैठक के लिए बुलाया। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि जेएनयू के रजिस्ट्रार, प्रॉक्टर वीसी ने दिल्ली के उपराज्यपाल से भेंट की, उन्हें स्थिति से अवगत कराया।
स्लीप अटैक को आलस या थकान समझकर नजरअंदाज करना खतरनाक
अधिकारी ने कहा कि मामले को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को सौंपा गया, पुलिस छात्रों से बात करेंगी। साथ ही साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए गए हैं।
हमले के विरोध में डीयू में एनएसयूआई के छात्र करेंगे प्रदर्शन
कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई आज दोपहर दो बजे डीयू के नॉर्थ कैंपस स्थित आर्ट फैकल्टी में जेएनयू हमले के विरोध में प्रदर्शन करेगी। एनएसयूआई ने कहा है कि वह किसी भी तरह की हिंसा के खिलाफ है और जेएनयू के छात्र छात्राओं के साथ खड़ा है।
सुरजेवाला ने प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र सरकार पर बोला हमला
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला व अन्य कांग्रेसी नेताओं ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र सरकार पर जेएनयू हिंसा के लिए हमला बोला। सुरजेवाला ने कहा कि जिस तरह से रविवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में घुसकर लड़कियों के हॉस्टलों में हिंसा की गई। एक-एक छात्रों के साथ शिक्षकों पर हमला किया वो याद दिलाता है कि इस देश में अब प्रजातंत्र का शासन नहीं बचा है।
LIVE: Shri @rssurjewala addresses media at AICC HQ https://t.co/eueywO96hL
— Congress Live (@INCIndiaLive) January 6, 2020
मोदी जी और अमित शाह जी आप छात्रों पर लाठियां क्यों बरसाते हैं। सुरजेवाला ने कहा, पूरा देश इस बात का गवाह है कि कैसे कल राज्य प्रायोजित गुंडागर्दी और आतंकवाद जेएनयू में हुआ। यह सब जेएनयू प्रशासन और दिल्ली पुलिस की आंखों के सामने हुआ जो सीधे तौर पर गृहमंत्री अमित शाह के नियंत्रण में है।
हिंसा के बाद डर कर कैंपस छोड़ रहे छात्र
जेएनयू में हुई हिंसा के बाद कई छात्र कैंपस छोड़ कर जा रहे हैं। घर जाती एक छात्रा ने एएनआई से बातचीत में कल हुई घटना के बारे में कहा कि कुछ लोग बाहर से आए जिनके पास लाठी और रॉड थे। विश्वविद्यालय में हालत बेहद नाजुक है। इसलिए मैं अभी के लिए कैंपस छोड़ कर जा रही हूं।
Delhi: A student of Jawaharlal Nehru University (JNU) seen today leaving the campus after a violence broke out yesterday evening, says,”People came from outside, armed with sticks and rods. Situation is grim in the University. So, I am leaving the campus for now.” pic.twitter.com/cX4I1IEldS
— ANI (@ANI) January 6, 2020
जेएनयू हिंसा के बाद सामने आए वीसी एम जगदेश कुमार
जेएनयू हिंसा के बाद कुलपति एम जगदेश कुमार पहली बार सामने आए हैं और उन्होंने छात्रों से अपील की है कि वह शांति बनाए रखें। विश्वविद्यालय हर छात्र के साथ खड़ा है ताकि वो अपनी शैक्षणिक गतिविधि को पूरा कर सकें।
JNU Vice Chancellor M. Jagadesh Kumar: They need not fear about their process. The top priority of the University is to protect the academic interests of our students. https://t.co/OIvnMlgMZf
— ANI (@ANI) January 6, 2020
हम हर कोशिश करेंगे कि शीत सेमेस्टर का रजिस्ट्रेशन बिना किसी अड़चन के पूरा हो। उन्होंने आगे कहा कि छात्रों को अपने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरा होने से डरना नहीं चाहिए। विश्वविद्यालय की पहली प्राथमिकता छात्रों का शैक्षणिक हित सुरक्षित रखना है।
जेएनयू में हिंसा के बाद भारी सुरक्षा तैनात
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हिंसा के बाद सोमवार को सुरक्षाकर्मियों की भारी तैनाती की गई है। विश्वविद्यालय के अधिकारी केवल वैध पहचान पत्र वाले छात्रों को ही परिसर के अंदर जाने की अनुमति दे रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि मीडिया सहित किसी भी बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित है।
छात्रों को राजनीतिक हथियार के तौर पर न करें इस्तेमाल- स्मृति ईरानी
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि जेएनयू हिंसा मामले में जांच शुरू हो गई है, इसलिए इस बारे में कुछ भी बोलना इस वक्त उचित नहीं होगा, लेकिन विश्वविद्यालयों को राजनीति का अड्डा बनाना ठीक नहीं है, न ही छात्रों को राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना चाहिए।
Union Minister Smriti Irani on #JNUViolence: Investigation has begun,so will not be right to speak on it now, but Universities should not be turned into hubs of politics, neither should students be used as political pawns. pic.twitter.com/Gor1mONKuM
— ANI (@ANI) January 6, 2020
सोशल मीडिया भी होगा जांच का हिस्सा- डीसीपी देवेंद्र आर्य
दिल्ली के दक्षिण-पश्चिम जिले के डीसीपी देवेंद्र आर्य ने बताया कि हमने संज्ञान लेते हुए कल हुई जेएनयू हिंसा में एफआईआर दर्ज की है। सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया जांच का हिस्सा होंगे।
Devendra Arya,DCP (South-West): We have taken cognizance of yesterday’s #JNUViolence and have registered an FIR. Social media and CCTV footages will be part of investigation. pic.twitter.com/Nyfl4YCBTb
— ANI (@ANI) January 6, 2020
अमित शाह ने उपराज्यपाल से की बात
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से बात की और उन्हें कहा है कि वो जेएनयू के प्रतिनिधियों से बात करें।
Sources: Home Minister Amit Shah speaks to Delhi Lieutenant Governor Anil Baijal, requests him to call representatives from Jawaharlal Nehru University (JNU) & hold talks. #JNUViolence pic.twitter.com/CD8FsaCcnM
— ANI (@ANI) January 6, 2020
जेएनयू की छवि खराब करने में वामपंथी छात्रों का हाथ- गिरिराज सिंह
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि वामपंथी छात्र जेएनूय की छवि को खराब कर रहे हैं, उन्होंने यूनिवर्सिटी को गुंडाराज में तब्दील कर दिया है।
Union Minister Giriraj Singh on #JNUViolence: Left students are defaming Jawaharlal Nehru University (JNU), they have turned the University into a centre of hooliganism. pic.twitter.com/AmjPiEnB3r
— ANI (@ANI) January 6, 2020
यह हमला असहिष्णुता का नतीजा है- केरल सीएम
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कहा कि जेएनयू छात्रों पर यह हमला असहिष्णुता का नतीजा है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के परिसर में छात्रों और शिक्षकों पर नाजी स्टाइल का हमला उन लोगों द्वारा किया गया है जो देश में अशांति और हिंसा पैदा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस से जुड़ी ताकतों को कैंपस में इस तरह के खूनी खेल से रोका जाना चाहिए। अगर वे छात्रों की आवाज समझ लें तो बेहतर होगा।
वाइस चांसलर के इशारे पर हुआ हमला- छात्र संघ
जेएनयू छात्रसंघ ने हिंसा पर बयान जारी किया है। छात्रसंघ का कहना है कि वाइस चांसलर के इशारे पर हिंसा हुई। चार साल से वाइस चांसलर आरएसएस की मदद कर रहे हैं।
मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन
मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर रविवार रात को जवाहर लाल विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हुई हिंसा के खिलाफ कुछ छात्र आधी रात से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने इस हमले की निंदा की है। जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद और कुणाल कामरा उस समूह का हिस्सा थे जिन्होंने जेएनयू छात्रों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए कैंडल मार्च निकाला।
जेएनयू की सुबह की तस्वीर
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय मेन गेट से आज सुबह की तस्वीर। बता दें कि रविवार शाम जेएनयू में हुई हिंसा में 30 लोग घायल हुए हैं।
Delhi: Latest visuals from Jawaharlal Nehru University (JNU) main gate. Violence broke out in the campus yesterday evening in which more than 20 people were injured. pic.twitter.com/45Zmv8Pnm2
— ANI (@ANI) January 6, 2020
जेएनयू में हिंसा निंदनीय और शर्मनाक- मायावती
वहीं, घटना को लेकर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने हमला किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि JNU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक है। केन्द्र सरकार को इस घटना को अति-गम्भीरता से लेना चाहिए। साथ ही इस घटना की न्यायिक जांच हो जाए तो यह बेहतर होगा।
JNU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक। केन्द्र सरकार को इस घटना को अति-गम्भीरता से लेना चाहिये। साथ ही इस घटना की न्यायिक जाँच हो जाये तो यह बेहतर होगा।
— Mayawati (@Mayawati) January 6, 2020
गुंडों पर गृह मंत्री को नही करना कार्रवाई तो दे इस्तीफा-दिग्विजय
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि JNU विश्वविद्यालय के छात्राओं के हॉस्टल में रात को घुस कर ABVP के गुण्डों द्वारा जो मारपीट की है उसकी मैं घोर निंदा करता हूं। दिल्ली पुलिस देखती रही। क्या भारत के गृह मंत्री पर जवाबदारी नहीं बनती? गृह मंत्री या तो इन गुण्डों पर सख़्त कार्रवाई करें या इस्तीफ़ा दें।
JNU विश्वविद्यालय के छात्राओं के होस्टल में रात को घुस कर ABVP के गुण्डों द्वारा जो मार पीठ की है उसकी मैं घोर निंदा करता हूँ। दिल्ली पुलिस देखती रही। क्या भारत के गृह मंत्री पर जवाबदारी नहीं बनती? गृह मंत्री या तो इन गुण्डों पर सख़्त कार्यवाही करें या इस्तीफ़ा दें। https://t.co/8qoVmpXQa2
— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 6, 2020
शालिनी सिंह करेंगी जेएनयू मामले की जांच
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि गृहमंत्रालय ने जेएनयू मामले में जांच बैठा दी है। गृहमंत्रालय ने आदेश दिया था कि आईजी स्तर की पुलिस अधिकारी मामले की जांच करेगा। पश्चिमी परिक्षेत्र की संयुक्त पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह मामले की जांच करेंगी।