जेएनयू हिंसा

जेएनयू हिंसा : दिल्ली पुलिस ने आइशी घोष समेत नौ आरोपियों की पहचान

714 0

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने जेएनयू कैंपस में हुई हिंसा मामले में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पुलिस ने बताया कि इस हिंसा में शामिल नौ आरोपी छात्रों की पहचान कर ली गई है। इनमें जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष, एक काउंसलर समेत सभी जेएनयू के छात्र हैं। आरोपियों में आईशी घोष समेत सात वामपंथी संगठन से और दो एबीवीपी से जुड़े हैं। पुलिस ने सबूत के तौर पर इनके पोस्टर भी जारी किए हैं।

दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मनदीप सिंह रंघावा ने कहा कि कुछ दिनों से देखा जा रहा था कि मीडिया में गलत सूचनाएं चल रही थीं। इन सूचनाओं को देखकर केस के बारे में अपडेट देने के लिए यह प्रेसवार्ता बुलाई है। उन्होंने कहा कि हिंसा मामले में ज्यादातर छात्र जेएनयू के हैं। उन्होंने कहा कि मामला बहुत ही संवेदनशील है। लिहाजा जांच में छात्रों के भविष्य को भी ध्यान में रखा जा रहा है। फिलहाल इस केस की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है।

वहीं, क्राइम ब्रांच के डीसीपी डॉक्टर जॉय टिर्की ने बताया कि मीडिया में जो खबरें चल रही हैं वो पांच जनवरी की चल रही हैं, लेकिन मैं आपको थोड़ा पीछे लेकर जाता हूं। उन्होंने बताया कि जेएनयू में चार छात्र संगठन एआईएसएफ, एआईएसए, एसएफआई और डीएसएफ विंटर सेशन के रजिस्ट्रेशन के खिलाफ थे। इन चारों छात्र संगठनों के लोगों ने तीन जनवरी को सर्वर से छेड़छाड़ की। सर्वर को जबरदस्ती बंद कर दिया। वहां मौजूद कर्मियों से धक्का-मुक्की की। बाद में सर्वर को री-स्टोर कर दिया गया।

चार जनवरी को फिर कुछ छात्र सर्वर रूम में घुसे और इस बार सर्वर को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया। इसकी वजह से रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस ठप पड़ गया। इसके बाद पांच जनवरी को रजिस्ट्रेशन करने वाले छात्रों के साथ मारपीट की गई। इन्ही लोगों ने पेरियार हॉस्टल में जाकर छात्रों को पीटा।

जॉय टिर्की ने बताया कि सर्वर खराब कर देने की वजह से कैंपस के सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। ऐसे में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज नहीं मिल पाई। कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं। जांच टीम के पास करीब 30 से 32 ऐसे गवाह हैं जिससे पुलिस ने बात की थी। हालांकि इनमें से किसी ने वीडियो नहीं बनाया। इसके अलावा कैंपस में हिंसा के समय कुछ व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए थे। रविवार को शाम सात बजे हिंसा के समय यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट नाम से व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया था। इस ग्रुप में करीब 60 सदस्य हैं और योगेंद्र भारद्वाज इसका एडमिन है।

 

  1. चुनचुन कुमार: जेएनयू के पूर्व छात्र हैं और जेएनयू में ही रहते हैं।
  2. पंकज मिश्रा: माही-मांडवी हॉस्टल में रहते हैं।
  3. आइशी घोष: जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष।
  4. भास्कर विजय: छात्र।
  5. सुजेता तालुकदार: जेएनयू स्कूल पार्षद
  6. प्रिया रंजन: तृतीय वर्ष का छात्र
  7. डोलन सांवत: छात्र
  8. योगेन्द्र भारद्वाज: पीएचडी, संस्कृत, ये जेएनयू हिंसा के समय बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट के एडमिन हैं।
  9. विकास पटेल: कोरियन भाषा से एमए कर रहे हैं।

Related Post

AK Sharma

ऊर्जा मंत्री ने हड़ताल के दौरान कर्मियों पर की गयी कोई भी कार्यवाही को स्थगित करने के दिए निर्देश

Posted by - March 19, 2023 0
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Sharma)  के द्वारा हड़ताल के दौरान कहीं-कहीं पर…
Nagar Nigam Gorakhpur

अनुशासनहीनता के चलते नगर निगम गोरखपुर के अधिशासी अभियन्ता निलंबित

Posted by - December 14, 2022 0
लखनऊ। प्रदेश सरकार द्वारा नगर निगम गोरखपुर (Nagar Nigam Gorakhpur ) के अधिशासी अभियन्ता (सिविल) अतुल पाण्डेय को अपने पदीय…
CM Yogi

2025 के महाकुंभ में दुनिया देखगी भारत का सांस्कृतिक वैभव: सीएम योगी

Posted by - December 27, 2023 0
प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने बुधवार को संगमनगरी का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जनपद में चल रही…
Deputy CM Keshav Maurya

डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने अधिकारियों संग विभागीय कार्यों की समीक्षा की

Posted by - November 9, 2021 0
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Maurya) ने सोमवार को चंद्रशेखर आजाद सर्किट हाउस प्रयागराज में…