प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द हो जाएगा, इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भाजपा पर टिप्पणी की।उन्होंने कहा- यह बड़ी अजीब सरकार है। अगर कोई राज्यपाल अनुचित व्यवहार में लिप्त पाया जाता है, तो उसे पुरस्कृत किया जाता है। उन्होंने कहा- जिस नेता ने कांग्रेस के खिलाफ जितने अधिक ट्वीट किए होंगे मंत्रिमंडल में उसे जगह मिलने की संभावना उतनी ही प्रबल है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल किया कि क्या अभी तक किसी ऐसे राज्यपाल को बदला गया है जिसके खिलाफ अनुचित व्यवहार के आरोप थे। इस बार मंत्रिमंडल में ओबीसी और असूचित जाति से 15 से 20 सदस्यों को जगह मिलने की संभावना है।
WATCH: Ability to tweet against Rahul Gandhi is the only eligibility criteria for anyone to get a berth in the Union Cabinet. Nothing else matters: Congress’ @Pawankhera on upcoming cabinet reshuffle. pic.twitter.com/beC4LJQyNe
— Prashant Kumar (@scribe_prashant) July 6, 2021
केंद्रीय मंत्रिपरिषद में संभावित फेरबदल के बारे में पूछे जाने पर पवन खेड़ा ने पत्रकारों से कहा कि यह प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है। किंतु मोदी सरकार में किसी तरह का फेरबदल होता है तो ऐसे किसी व्यक्ति को नहीं बदला जाता जिसके खिलाफ शिकायत हो। ऐसे व्यक्ति को ईनाम दिया जाता है।
खेड़ा ने दावा किया कि प्रधानमंत्री की नजर में कैबिनेट में ऊंचा दर्जा पाने के लिए यही योग्यता होनी चाहिए कि मंत्री ट्विटर पर राहुल गांधी जी के खिलाफ कितने ट्वीट करते हैं। मंत्री का प्रमोशन इसी पर आधारित होता है। देश और अपने विभाग के लिए वो क्या कर रहे हैं, ये मायने नहीं रखता। खेड़ा ने सवाल किया कि जहां मापदंड यह हो, वहां देश को क्या लाभ होगा?