झारखंड के धनबाद में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की मौत के मामले में धनबाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। धनबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मौत के मामले में 243 लोगों को हिरासत में लिया गया है, 17 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि न्यायाधीश को टक्कर मारने वाले ऑटो की चोरी की प्राथमीकि दर्ज करने में देरी के लिए दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित भी किया गया है।
पुलिस ने बताया कि ऑटो चालक लखन कुमार वर्मा ने स्वीकार किया है कि घटना के वक्त ऑटो वही चला रहा था। उसकी गिरफ्तारी गिरिडीह से हुई बता दें कि उत्तम आनंद 28 जुलाई की सुबह मॉर्निंग वॉक कर रहे थे, तभी पीछे से आई ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। मामले में साजिशन मर्डर का एंगल है।
गौरतलब है कि जज आनंद 28 जुलाई को सुबह की सैर पर निकले थे और रास्ते में उन्हें एक ऑटो रिक्शे ने पीछे से टक्कर मार दी जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी थी। झारखंड उच्च न्यायालय के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था जिसे उच्च न्यायालय की निगरानी में मामले की जांच करनी है। पुलिस ने बताया था कि ऑटो चालक लखन कुमार वर्मा धनबाद के सुनार पट्टी का रहने वाला है।
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जबकि दूसरा आरोपित राहुल वर्मा भी स्थानीय निवासी है और लखन कुमार वर्मा ने स्वीकार किया है कि घटना के वक्त ऑटो वही चला रहा था. उसकी गिरफ्तारी गिरिडीह से हुई जबकि दूसरे आरोपित राहुल वर्मा की गिरफ्तारी धनबाद स्टेशन से हुई। इस बीच शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा कर दी जिसका दिवंगत जज के परिजनों ने स्वागत किया है।