पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार झारखंड में हो रहे विधानसभा चुनाव में प्रचार करने नहीं जाएंगे। बुधवार को जब पटना में झारखंड चुनाव को लेकर नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया। तो उन्होंने कहा कि हमारे झारखंड जाने की कोई आवश्यक्ता नहीं है।
पीके की रणनीति पर चलने की कोशिश
नीतीश कुमार जलवायु से जुड़े एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। बिहार से अलग झारखंड में जेडीयू का बीजेपी के साथ कोई गठबंधन नहीं है। पार्टी यहां अकेले चुनाव लड़ रही है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि नीतीश कुमार झारखंड में अपनी पार्टी की मौजूदगी का एहसास जोरदार तरीके से कराना चाहते हैं। इसलिए अभी हाल ही में महाराष्ट्र में प्रशांत किशोर की रणनीति का लाभ पार्टी झारखंड में उठाना चाह रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि हाल के दिनों में बीजेपी की तरफ से पार्टी को ज्यादा तवज्जो नहीं मिली है, जैसे पहले मिला करती थी।
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पार्टी ने जारी कर चुकी है स्टार प्रचारकों की लिस्ट
पार्टी ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है। इस सूची में जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बाद जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर का नाम शामिल है। ऐसा पहली बार है जब पार्टी के लेटर हेड पर नीतीश कुमार के बाद प्रशांत किशोर का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में है।
पांच चरण में होना है चुनाव
इस लिस्ट में मुंगेर के सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह जैसे दिग्गज पार्टी नेताओं का नाम भी प्रशांत किशोर के बाद रखा गया है। झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में मतदान होगा। मतगणना 23 दिसंबर को होगी। प्रथम चरण में 13 सीटों पर 30 नवंबर को वोटिंग होगी। जेडीयू ने राज्य की सभी 81 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है।
2014 में भी उसने अकेले बूते पर राज्य में चुनाव लड़ा , लेकिन उसे एक भी सीट हाथ नहीं लगी
2014 में भी उसने अकेले बूते पर राज्य में चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे एक भी सीट हाथ नहीं लगी थी। साल 2014 के चुनाव राज्य में बीजेपी ने आजसू और लोक जनशक्ति पार्टी के साथ मिलकर लड़ा था और बहुमत की सरकार का गठन किया था।