नई दिल्ली: महंगाई पर लगातार चोट कर रही मोदी सरकार (Modi government) ने अब हवाई ईंधन पर वार किया है। साल 2022 में पहली बार जेट फ्यूल (Jet fuel) के रेट में कटौती करते हुए इसकी कीमतें 1.3 फीसदी घटा दी हैं। इससे पहले जनवरी से अब तक एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में 10 बार बढ़ोतरी की गई थी।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने बुधवार सुबह ATF की कीमतों को 1.3 फीसदी घटाकर 1.21 लाख रुपये प्रति किलोलीटर कर दिया है। इससे पहले 16 मई को कंपनी ने कीमतों में 5 फीसदी की बढ़ोतरी की थी, जिसके बाद मूल्य 1.23 लाख रुपये प्रति किलोलीटर पहुंच गया था। 2022 में जनवरी से अब तक ATF के मूल्य में 10 बार वृद्धि की जा चुकी है और इसकी कीमत 72,062 रुपये प्रति किलोलीटर से 61.7 फीसदी बढ़कर 1.23 लाख रुपये पहुंच गई थी।
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मार्च में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी
विमान संचालन में ATF पर होने वाले खर्च की हिस्सेदारी 40 फीसदी रहती है। यही कारण है कि हवाई ईंधन के दाम बढ़ने से यात्रियों पर सीधा असर पड़ता है। इस साल 16 मार्च को कंपनियों ने ATF में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी की थी, तब 18.3 फीसदी कीमत बढ़ाई थी। इसके बाद 1 अप्रैल को भी कीमतों में 2 फीसदी बढ़ोतरी की गई, जबकि 16 अप्रैल को 0.2 फीसदी और 1 मई को 3.22 फीसदी की वृद्धि हुई।